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मीडिया हाउस जी ग्रुप की कंपनी जी एंटरटेनमेंट को नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल NCLAT ने बड़ी राहत दी है। ट्रिब्यूनल ने याचिका पर सुनवाई करते हुए जी एंटरटेनमेंट की दिवाला कार्यवाही पर रोक लगा दी है। बता दें कि जी एंटरटेनमेंट के एमडी पुनीत गोयनका ने गुरुवार को NCLAT का दरवाजा खटखटाया। उन्होंने राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) के उस आदेश को चुनौती दी, जिसमें उसने जी एंटरटेनमेंट के खिलाफ दिवाला कार्रवाई के लिए इंडसइंड बैंक की याचिका को स्वीकार कर लिया था।
क्या है मामला: यह मामला जी समूह की कंपनी सिटी नेटवर्क्स द्वारा किए गए 89 करोड़ रुपये के चूक से संबंधित है। यह राशि इंडसइंड बैंक को अदा की जानी थी। इसके लिए जी एंटरटेनमेंट एक गारंटर था। इंडसइंड बैंक ने NCLT में सिटी नेटवर्क्स के खिलाफ एक अलग दिवाला याचिका भी दायर की है। NCLT ने मोहित मेहरा को इस मामले में समाधान पेशेवर नियुक्त किया है।
विलय से पहले विवाद: NCLT ने याचिका को ऐसे समय में स्वीकार किया, जब जी एंटरटेनमेंट, सोनी के साथ विलय के अंतिम चरण में है। कई विशेषज्ञ NCLT के दिवाला प्रक्रिया को हरी झंडी देने के बाद इस डील में दिक्कतों की आशंका जाहिर कर रहे थे। कुछ लोगों का मानना है कि कंपनी निदेशक मंडल की शक्तियां दिवाला प्रक्रिया शुरू होने के साथ खत्म हो जाती है।
शेयर का हाल: वैसे तो शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में जी एंटरटेनमेंट के शेयर की सुस्त शुरुआत हुई। हालांकि, कुछ देर बाद शेयर रिकवर हुआ और 1 फीसदी तक तेजी आई। बीएसई पर दोपहर के कारोबार में यह शेयर 204.60 रुपये तक के स्तर पर जा चुका था। हालांकि, कुछ देर बाद ही यह शेयर लुढ़क कर 200 रुपये के नीचे आ गया। बता दें कि गुरुवार को शेयर में गिरावट आई थी।