देश में डिजिटल भुगतान (Digital Payments) में तेज उछाल देखा जा रहा है और इसमें यूपीआई (UPI) सबसे आगे है। राष्ट्रीय भुगतान निगम (NCPI) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस साल मई महीने में यूपीआई से लेनदेन 10 लाख करोड़ रुपये के पार निकलकर 10.41 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गई। यह अब तक का उच्चतम स्तर है।
भारतीय यूनिकॉर्न टिकाऊ और भरोसेमंद रोजगार देने में फिसड्डी, 23 फीसदी स्टार्टअप केवल मुनाफा कमा रहे हैं
एनपीसीआई के आंकड़ों को देखें तो महीने-दर-महीने के आधार पर इस साल मई में लेन-देन की संख्या में सात फीसदी का उछाल आया है, जबकि राशि छह फीसदी बढ़ी है। रिपोर्ट के मुताबिक, नकद भुगतान का चलन कमजोर पड़ा है। एनसीपीआई के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में यूपीआई से 46 अरब लेन-देन हुए जिनकी कुल राशि 84.17 लाख करोड़ रुपये रही।
दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहा यूपीआई लेनदेन
मई 2022 में यूपीआई के जरिए कुल 5.95 अरब लेन-देन किए गए। इससे पहले अप्रैल महीने में 5.58 अरब यूपीआई लेन-देन किए गए थे और लेन-देन की राशि 9.83 लाख करोड़ रुपये रही थी। आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल मई की तुलना में इस साल मई में लेनदेन की संख्या दोगुने से ज्यादा पहुंच गई है।
संबंधित खबरें
डिजिटलीकरण बेहद फायदेमंद
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना महामारी के काल में लोगों के लिए डिजिटलीकरण बेहद फायदेमंद साबित हुआ है। यही कारण है कि पिछले दो वर्ष में डिजिटल भुगतान तेजी से बढ़ा है। कुछ माह पहले ही आरबीआई ने फीचर फोन से डिजिटल भुगतान करने की सुविधा भी शुरू की है। इसका मकसद उन 40 करोड़ लोगों तक डिजिटल भुगतान की सुविधा पहुंचाना है, जिनके पास मौजूदा समय में केवल फीचर फोन है।