जनवरी से मार्च तक की तिमाही आंकड़ों के अनुसार आइआरसीटीसी (IRCTC) के नेट प्राॅफिट में बड़ा इजाफा देखने को मिला है। प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार इस दौरान कुल नेट प्राॅफिट 214 करोड़ रुपये का हुआ है। इसके पहले के वित्त वर्ष के इसी तिमाही में कंपनी को 104 करोड़ रुपये का नेट प्राॅफिट हुआ था। चौथी तिमाही में कंपनी का कुल रेवन्यू 691 करोड़ रुपये का हुआ था। आइए जानते हैं कि निवेश को लेकर एक्सपर्ट क्या सलाह दे रहे हैं?
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एक्सपर्ट IRCTC के स्टाॅक को लेकर क्या सलाह दे रहे हैं?
तिमाही आंकड़ों को देखते हुए ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर ने ‘होल्ड’ रेटिंग को बरकरार रखा है। फर्म ने टारगेट प्राइस 648 रुपये रखा है। बता दें, पिछले 4 सेशन में कंपनी के शेयरों में 10% तक की उछाल देखने को मिली है।
प्रभुदास लीलाधर के अनुसार, ‘रेवन्यू के फ्रंट पर हम भले ही हारा हुआ लगें लेकिन हमारे EPS अनुमान बरकार हैं। हम रेल नीर के विस्तार और कैटरिंग प्राइस की कीमतों में तेजी की वजह से काफी सकारात्मक हैं।’ पिछले साल की तिमाही की तुलना में राजस्व में 104% के इजाफा हुआ है। भोजन सेवाओं में विस्तार और टीवीएस सेगमेंट के भीतर 70+ ट्रेनों को जोड़ने पर नई कैटरिंग टेंडर की वजह से राजस्व अपेक्षा से अधिक हुआ।
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सेगमेंट के हिसाब से बिजनेस अगर देखें तो कैटरिंग का बिजनेस 300% तक बढ़ गया है। जिस वजह से इस सेगमेंट में रेवन्यू 267 करोड़ रुपये का हुआ। जबकि इससे पहले के साल में इसी पीरियड के दौरान 67 करोड़ रुपये का रेवन्यू हुआ था। इंटरनेट से टिकट निकालने से भी IRCTC ने जमकर कमाई की है। इस सेगमेंट में कुल रेवन्यू 38% बढ़कर 292 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी के बोर्ड ने 1.50 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है।