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चालू वित्त वर्ष में IDBI बैंक में हिस्सेदारी बिक्री की प्रक्रिया संभवत: पूरी नहीं हो पाएगी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह बात कही है। निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि यह रणनीतिक बिक्री प्रक्रिया ट्रैक पर है, लेकिन अभी रिजर्व बैंक के नियम के कुछ पहलुओं को पूरा करने की जरूरत है।
क्या पूछा गया सवाल: तुहिन कांत पांडेय ने कहा, ”हमें व्यावहारिक रूप से नहीं लगता कि मार्च से पहले हम इसे (आईडीबीआई बैंक की हिस्सेदारी बिक्री) पूरा कर पाएंगे।” दरअसल, तुहिन पांडेय से पूछा गया था कि क्या विभाग चालू वित्त वर्ष में विनिवेश से 51,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य हासिल कर पाएगा। पांडेय ने कहा कि विनिवेश लक्ष्य काफी हद तक आईडीबीआई बैंक जैसे महत्वपूर्ण सौदों पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एनएमडीसी की शेयर बिक्री को लेकर भी कुछ अनिश्चितता है। इससे विभाग 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद कर रहा है।
बता दें कि केंद्र सरकार के पास आईडीबीआई बैंक की 45 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है। इसके अलावा जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पास बैंक की 49.24 प्रतिशत हिस्सेदारी है। दोनों ने बैंक में संयुक्त रूप से 60.7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है।
शेयर का हाल: इस बीच, आईडीबीआई बैंक के शेयर की कीमत में गिरावट दर्ज की गई है। गुरुवार के दिन यह शेयर 65.60 रुपये पर बंद हुआ। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर में 0.83% की गिरावट देखने को मिली।