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Q2 GDP growth: चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान देश की इकोनॉमी 7% की दर से बढ़ेगी। ये अनुमान रिसर्च फर्म इक्रा ने लगाया है। यह केंद्रीय रिजर्व बैंक के अनुमान से ज्यादा है। बता दें कि रिजर्व बैंक ने 6.5% की दर से इकोनॉमी के बढ़ने का अनुमान लगाया था। हालांकि, इक्रा का ये अनुमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही के मुकाबले कम है। पहली तिमाही में 7.8% की वृद्धि का अनुमान था।
वित्त वर्ष की जीडीपी
इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा- असमय बारिश, कमोडिटी की कीमतों के साथ कम अंतर, संसदीय चुनावों के करीब आने पर संभावित मंदी, कमजोर बाहरी मांग और मौद्रिक सख्ती के प्रभाव से जीडीपी वृद्धि सुस्त रहेगी। उन्होंने आगे कहा, “ऐसे में हम अपने वित्त वर्ष 2024 के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को 6% पर बनाए रखते हैं, जो रिजर्व बैंक के 6.5% के अनुमान से कम है।” रिपोर्ट में बताया गया है कि दूसरी तिमाही के दौरान देश में निवेश गतिविधि में मजबूती बनी रही।
गोल्डमैन सैक्स का अनुमान
भारत की वास्तविक वैश्विक घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर अगले साल मामूली गिरावट के साथ 6.3 प्रतिशत रहेगी। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी गोल्डमैन सैक्स ने यह अनुमान लगाया है। ब्रोकरेज ने कहा- अगला कैलेंडर साल दो हिस्सों का होगा, जिसमें आगामी आम चुनाव से पहले सरकारी खर्च वृद्धि होगी, जबकि चुनाव के बाद यह निवेश वृद्धि में खासकर निजी क्षेत्र से फिर से तेजी लाएगा। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि वित्त वर्ष के संदर्भ में वित्त वर्ष 2024-25 में वृद्धि दर के चालू वित्त वर्ष में अनुमानित 6.2 प्रतिशत से बढ़कर 6.5 प्रतिशत रहने की संभावना है।