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Hindenburg effect: अमेरिका की शॉर्ट सेलर और वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट ने अडानी के 1,62,030.29 करोड़ रुपये चट कर गए। 24 जनवरी को आई इस रिपोर्ट के बाद जब 27 जनवरी को भारतीय शेयर बाजार खुले तो अडानी ग्रुप के शेयर औंधेमुंह गिरे। तब से अडानी की लिस्टेड सभी 10 कंपनियों अडानी पोर्ट्स, अडानी विल्मर, एसीसी, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी टोटल गैस, अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर, अंबुजा सीमेंट्स और एनडीटीवी के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है।
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बता दें हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। हालांकि, समूह ने इन आरोपों को खारिज किया है। इस रिपोर्ट के आने के बाद, 24 जनवरी से अडानी की कंपनियों की मार्केट वैल्यू 11,62,030.29 करोड़ रुपये घट गई है।
7.55 लाख करोड़ रुपये रह गया मार्केट कैप
इक्विटी ब्रोकिंग कंपनी स्टॉकबॉक्स में मुख्य तकनीकी विश्लेषक रोहन शाह ने कहा, ”अडानी ग्रुप का मार्केट कैप करीब 25 लाख करोड़ रुपये से 70 फीसदी घटकर 7.55 लाख करोड़ रुपये रह गया है।”
बता दें बुधवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट के बीच अडानी ग्रुप की10 लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू 51,294.04 करोड़ रुपये घट गई।
बुधवार को कौन कितना लुढ़का
अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई पर 10.43 फीसद टूटकर 1,404.85 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 11.94 फीसद टूटकर 1,381.05 रुपये तक आ गया था। अडानी ग्रीन एनर्जी में 4.99 फीसद, अडानी विल्मर में 4.99 फीसद और अंबुजा सीमेंट्स में 4.92 फीसद की गिरावट आई। अडानी पोर्ट्स का शेयर 6.25 फीसद, अडानी पावर, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी टोटल गैस…सभी के शेयर पांच फीसद नीचे आ गए। एनडीटीवी 4.13 फीसद तथा एसीसी 3.97 फीसद नुकसान में रहा।
इनपुट: भाषा