Gupta Brothers Arrested: दक्षिण अफ्रीका से फरार सहारनपुर वाले गुप्ता ब्रदर्स को सोमवार को संयुक्त अरब अमीरात ( UAE ) में गिरफ्तार कर लिया गया है। अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति के शासन काल में राजेश गुप्ता और अतुल गुप्ता पर करोड़ों रुपये हड़पने का आरोप है। उनको इंटरपोल की मदद से पकड़ा गया है। दक्षिण अफ्रीका ने खुद इसकी जानकारी दी है।
दक्षिण अफ्रीकी सरकार ने सोमवार को बताया था कि UAE में प्रवर्तन अधिकारियों ने गुप्ता भाइयों (राजेश गुप्ता व अतुल गुप्ता) को अरेस्ट किया है। हालांकि, यह साफ नहीं किया गया था कि तीसरे भाई अजय गुप्ता की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई।
24 साल पहले सहारनपुर से गए थे दक्षिण अफ्रीका
बता दें करीब 24 साल पहले सहारनपुर से गुप्ता ब्रदर्स बिजनेस अवसर की तलाश में दक्षिण अफ्रीका गए थे।वहां उनका कारोबार ऐसा फैला कि वो अब उस देश के टॉप-10 अमीर कारोबारी परिवारों में शुमार हो गए, लेकिन उन पर हमेशा जुमा के नजदीकी होने और सियासी फायदे से कारोबार में आगे बढ़ाने का आरोप लगता रहा है।
दक्षिण अफ्रीका में भ्रष्टाचार संबंधी एक जांच रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि सरकारी उपक्रमों से अरबों रैंड की रकम लूटने के बाद देश से फरार हुए गुप्ता ब्रदर्स के मालिकाना हक बाले ‘द न्यू एज’ समाचार पत्र को पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के प्रभाव के कारण मदद पहुंचाई गई थी।
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गुप्ता बंधुओं पर 2018 में दक्षिण अफ्रीकी अधिकारियों द्वारा केंद्रीय मुक्त राज्य प्रांत में एक डेयरी परियोजना पर एक व्यवहार्यता अध्ययन करने के लिए एक संदिग्ध निविदा के संबंध में आरोप लगाया गया था, जिसके लिए उनके द्वारा नियंत्रित एक व्यवसाय को 21 मिलियन रैंड (105 मिलियन भारतीय रुपये) का भुगतान किया गया था।
तीन साल की न्यायिक जांच
तीन साल की न्यायिक जांच ने भाइयों और पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा के बीच घनिष्ठ संबंधों का खुलासा किया, जिसमें कई गवाहों ने आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य के स्वामित्व वाली परिवहन, बिजली और हथियार कंपनियों से पैसे निकालने के लिए मिलकर काम किया, साथ ही यह तय किया कि कौन होगा कैबिनेट में नियुक्त किया गया। ज़ूमा के नौ साल के प्रशासन के दौरान, सरकार का दावा है कि कम से कम 500 बिलियन रैंड (2.5 ट्रिलियन भारतीय रुपये) की चोरी हुई थी। गुप्ता बंधुओं और जुमा ने हमेशा दावों का खंडन किया है।
प्रत्यर्पण का अनुरोध
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले तीन गुप्ता बंधुओं अजय, अतुल और राजेश ने टीएनए शुरू किया था। यह अब बंद पड़ा है। तीनों भाई दुबई में रह रहे थे। दक्षिण अफ्रीकी प्राधिकारियों ने उनके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है, ताकि उनके खिलाफ आपराधिक आरोपों के संबंध में सुनवाई की जा सके। बता दें जुमा के साथ गुप्ता परिवार को लेकर आमलोगों में इस कदर गुस्सा है कि जोहान्सबर्ग की सडक़ों पर ‘गुप्ता मस्ट फॉल’ के नारे लगाए जा रहे हैं।
इनके खिलाफ मार्च में अचानक उस समय हवा बहने लगी, जब करीब 5 साल पहले देश के उप वित्त मंत्री ने मसोबीसी जोनास ने दावा किया कि गुप्ता ब्रदर्स ने ही मौजूदा पहले फाइनेंस मिनिस्टर नेने पद से हटाकर उन्हें इस पद पर बिठाने का भरोसा दिया था। इसके बाद जुमा सरकार संकट में आ गई। दक्षिण अफ्रिका में गुप्ता ब्रदर्स के खिलाफ हवा बहने लगी। अजय गुप्ता पर ऐसे ही आरोप पहले भी लग चुके हैं। उन्होंने 2010 में भी एक सांसद को मंत्री बनवाने का आश्वासन दिया था।
गुप्ता ब्रदर्स पर ये हैं आरोप
मुख्य आरोप गुप्ता भाइयों को अनर्गल तरीके से मदद पहुंचाने के अलावा निजी घर की खूबसूरती के लिए सरकारी खजाने में लाखों डॉलर का घपला है। संसद में उनके खिलाफ जब महाभियोग लाया गया था, तब तो वह बच गए लेकिन अब उनकी पार्टी ने आखिरकार उन्हें पद से हटाने में सफलता हासिल कर ली।