एक तरफ महंगाई की खाई है दूसरी तरफ मंदी के कुएं से दुनिया भर के सेंट्रल बैंक अर्थव्यवस्था को बचाने में लगे हैं। वहीं, अमेरिका के बर्बाद हो चुके सिलिकॉन वैली बैंक को फर्स्ट सिटिजन्स बैंकशेयर इंक ने खरीद कर कुछ राहत दी है, जिसका असर आज सोने के भाव पर दिख रहा है। एमसीएक्स पर आज सुबह सोने की कीमतों में तेजी आई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अप्रैल 2023 के लिए सोने का वायदा भाव ₹58,718 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर खुला और ₹58,742 प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर पर पहुंच गया। वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत सपाट खुली, लेकिन जल्द ही तेजी के ट्रैक पर आ गई और 1,964 डॉलर प्रति औंस के उच्च स्तर पर पहुंच गई।
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सोना जाएगा ₹68,000 प्रति 10 ग्राम पर
आईसीआईसीआई डायरेक्ट की रिपोर्ट कहती है कि सोने की कीमतों में बढ़ोतरी का रुझान बरकरार है, क्योंकि यह सितंबर 2020 के अपने ऑल टाइम हाई ₹56,018 को पार करते हुए 20 मार्च 2023 को 60455 का एक नया ऑल टाइम हाई बना दिया। कीमतों में इस ट्रेंड ने पिछले दो वर्षों के बॉर्डर कन्सॉलिडेशन (₹56,000 से ₹44,000 प्रति 10 ग्राम) के ऊपर एक ब्रेकआउट उत्पन्न किया है, जो ऊपर की ओर बढ़ने का संकेत है। यानी आने वाले दिनों में सोना और महंगा होगा।
सोने-चांदी की कीमत में तेजी के कारण
बाजार विशेषज्ञ सुगंधा सचदेवा ने आज सोने-चांदी की कीमत में तेजी के कारण के बारे में बताया, “सोने को 2,000 डॉलर प्रति औंस और 60000 रुपये प्रति 10 ग्राम के महत्वपूर्ण रेजिस्टेंट से ऊपर बने रहना मुश्किल हो गया है। अमेरिका और यूरोप में हाल ही में बैंकिंग क्षेत्र की उथल-पुथल ने निवेशकों को सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की ओर आकर्षित होने के लिए प्रेरित किया, जिससे घरेलू बाजारों में कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं।”
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निकट अवधि में सोने की कीमत पर एसवीबी सौदे के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर, सुगंधा सचदेवा ने कहा, “बैंकिंग क्षेत्र में तनाव कम होने से बाजारों में जोखिम की भावना फिर से बढ़ गई है, जिससे सुरक्षित निवेश के लिए सोने की मांग में कमी आई है। वहीं, स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के सीनियर कमोडिटी रिसर्च एनॉलिस्ट निरपेंद्र यादव ने मुनाफावसूली के बाद उछाल की उम्मीद करते हुए कहा, ” सोने की कीमतें यूएस सीबी कंज्यूमर कॉन्फिडेंस डेटा से आगे सीमित रहने की संभावना है, जो आज बैंकिंग उथल-पुथल के बीच फोकस में है।”