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प्राइवेट सेक्टर की गो फर्स्ट एयरलाइन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। विमान लीज पर देने वाली तीन कंपनियों के बाद आयरलैंड की इंजन लीजिंग फाइनेंस बीवी ने गो फर्स्ट की दिवाला कार्यवाही के खिलाफ राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण NCLAT में अपील की है।
बता दें कि इंजन लीजिंग फाइनेंस एक प्रमुख इंजन वित्तपोषण और लीज पर देने वाली कंपनी है। यह जापान की मित्सुबिशी एचसी कैपिटल इंक की समूह इकाई है।
22 को आएगा फैसला: इस बीच, NCLAT की दो सदस्यीय पीठ ने मंगलवार को इंजन लीजिंग फाइनेंस की अपील पर सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रखा है। अपीलीय न्यायाधिकरण तीन अन्य अपीलों के साथ इंजन लीजिंग फाइनेंस की याचिका पर अपना निर्णय 22 मई को सुनाएगा।
किन कंपनियों ने दी थी याचिका: लीज पर विमान देने वाली कंपनियों- एसएमबीसी एविएशन कैपिटल लिमिटेड, जीवाई एविएशन और एसएफवी एयरक्राफ्ट होल्डिंग्स ने ये याचिकाएं दायर की थीं। उन्होंने कुल मिलाकर गो फर्स्ट को 21 विमान दिए हुए हैं। बता दें कि एनसीएलटी ने पिछले हफ्ते एयरलाइन की अर्जी स्वीकार करते हुए दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने की मंजूरी दी थी। इसके साथ ही उसने अंतरिम समाधान पेशेवर की भी नियुक्ति की है। इसी फैसले के खिलाफ कंपनियों ने याचिका दायर की थी। बता दें कि गो फर्स्ट का विमान परिचालन तीन मई से ही बंद चल रहा है।