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वैश्विक स्तर पर छंटनी के माहौल में ई-कॉमर्स कंपनी Flipkart ने अपने कर्मचारियों को बड़ी राहत दी है। Flipkart के मुख्य जन अधिकारी (सीपीओ) कृष्ण राघवन ने कहा कि हमारा छंटनी करने का कोई इरादा नहीं है। राघवन ने कहा कि हम थोक भााव में लोगों को नौकरी पर रखने में विश्वास नहीं करते हैं। ऐसा करने से अक्सर कर्मचारियों की छंटनी की संभावना बनी रहती है।
मिंट को दिए इंटरव्यू में राघवन ने कहा, “Flipkart में कोई बड़े पैमाने पर छंटनी नहीं हो रही है। हम जिम्मेदारी से भर्ती करते हैं। हम हजारों लोगों को काम पर नहीं रखते हैं और फिर पता चलता है कि हमारे पास जरूरत से ज्यादा लोग हैं। ऐसे में छंटनी या कटौती जैसे उपायों का सहारा लेना पड़ता है।”
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वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली कंपनी Flipkart के वरिष्ठ प्रबंधन को वेतन वृद्धि नहीं करने के हालिया फैसले पर राघवन ने कहा- इसका मतलब यह नहीं था कि नौकरी में कटौती होगी। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि पिछले साल वेतन बढ़ोतरी और पदोन्नति दी गई थी। इसके साथ ही राघवन ने कहा कि फ्रेशर्स को ऑनबोर्ड करने में कोई देरी नहीं हुई है, वे जून में ज्वाइन करेंगे।
देश की ई-कॉमर्स कंपनी की ओर से ये बयान ऐसे समय में आया है जब प्रतिद्वंदी और अमेरिका की कंपनी अमेजन ने दुनियाभर में 25000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का ऐलान किया है। अमेजन ने इस फैसले को दो चरण में लिया है। पहले चरण में 18000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया तो वहीं दूसरे चरण में 9000 कर्मचारियों की छंटनी की प्रक्रिया चल रही है।