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लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन कंपनी Delhivery में सॉफ्टबैंक ग्रुप अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है। यह हिस्सेदारी लगभग 600 करोड़ रुपये के ब्लॉक डील्स के जरिए बेची जाएगी। शेयर बेचने के लिए ब्लॉक डील 1 मार्च से शुरू हो सकती है। डील के लिए सिटीग्रुप को ब्रोकर के रूप में नियुक्त किया गया है।
सॉफ्टबैंक, Delhivery में सबसे बड़ा शेयरधारक रहा है और दिसंबर के अंत तक इसकी इकाई एसवीएफ डोरबेल के माध्यम से 18.42% हिस्सेदारी है। कंपनी के आईपीओ से पहले सॉफ्टबैंक ने कंपनी में 22% से अधिक हिस्सेदारी हासिल कर ली थी। पिछले हफ्ते अमेरिकी निवेश प्रबंधन फर्म टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट ने खुले बाजार के माध्यम से 414 करोड़ रुपये में Delhivery में 1.7% हिस्सेदारी बेची।
इस बीच, मंगलवार को Delhivery के शेयर एनएसई पर 0.1% की गिरावट के साथ 344.80 रुपये पर बंद हुए। फरवरी में Delhivery के शेयरों में लगभग 15% की वृद्धि हुई। पिछले साल मई में लिस्टिंग के बाद से यह दूसरी बार है जब स्टॉक ने एक महीने में दोहरे अंकों में रिटर्न दिया है।
मई 2022 में आया IPO: बता दें कि Delhivery का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) मई 2022 में लॉन्च हुआ था। आईपीओ का इश्यू प्राइस 462-487 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। शेयर बाजार में लिस्टेड होने के दो महीने के भीतर शेयर 708.45 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। वर्तमान में बीएसई इंडेक्स पर शेयर का भाव 315.75 रुपये है। वहीं, इसका 52 वीक लो 291 रुपये है।
कंपनी के बारे में: Delhivery एक्सप्रेस पार्सल और भारी सामान की डिलीवरी, पीटीएल फ्रेट, टीएल फ्रेट, वेयरहाउसिंग, सप्लाई चेन सॉल्यूशंस, क्रॉस-बॉर्डर एक्सप्रेस, फ्रेट सर्विसेज और सप्लाई चेन सॉफ्टवेयर सहित लॉजिस्टिक्स सेवाओं की एक पूरी चेन प्रोवाइड करने में लगी हुई है।