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अडानी समूह ने मकाऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आयात शुल्क से मुक्त यानी ड्यूटी-फ्री दुकानें खोलने के लिए बोली लगाने की योजना बनाई है। भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डा परिचालक समूह ने विदेशों में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के इरादे से विदेशी हवाई अड्डे पर ड्यूटी-फ्री दुकानें संचालित करने की योजना बनाई है।
समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा है कि उसने मकाऊ में पूर्ण-स्वामित्व वाली अपनी अनुषंगी कंपनी एमटीआरपीएल मकाऊ लिमिटेड (एमएमएल) के गठन का काम पूरा कर लिया है। कंपनी ने कहा, ”एमएमएल को मकाऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शराब और तंबाकू की शुल्क-मुक्त दुकानों के लिए बोली लगाने के उद्देश्य से बनाया गया है।”
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मकाऊ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एमएफएम) ने शुल्क-मुक्त शराब और तंबाकू सेवाओं के लिए अगस्त में एक खुली निविदा प्रक्रिया शुरू की थी। यह बोली प्रक्रिया 29 नवंबर को बंद होगी। इस हवाई अड्डे की क्षमता सालाना 60 लाख यात्रियों को संभालने की है।
अडानी समूह ने देश के छह हवाई अड्डों- अहमदाबाद, लखनऊ, मंगलुरु, जयपुर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम के परिचालन और प्रबंधन का अनुबंध जीतने के बाद वर्ष 2019 में हवाई अड्डा कारोबार में कदम रखा था। इसकी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड में 73 प्रतिशत हिस्सेदारी भी है। यह कारोबार अडानी एंटरप्राइजेज की इकाई अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड के जरिये संचालित किया जाता है।