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Yes Bank Share: 3 साल की लॉक-इन अवधि समाप्त होने के बाद यस बैंक के शेयर (Yes Bank share) सोमवार को 13 पर्सेंट तक टूट गए। प्राइवेट बैंक के इस शेयर में 6 महीने के निचले स्तर पर गिरावट देखी गई। आज मंगलवार को यस बैंक के शेयर 1.1% तक टूट गए। बता दें कि यह शेयर 14 दिसंबर के हाई 24.75 रुपये के मुकाबले लगभग 37 फीसदी गिर चुका है।
प्रमोटर्स बेच सकते हैं हिस्सेदारी
रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि यस बैंक में 3-वर्ष की लॉक-इन पीरियड खत्म होने के बाद अब भारतीय स्टेट बैंक जैसे लेंडर्स अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। हालांकि, तुरंत ऐसा करने की योजना नहीं है। हिस्सेदारी बिक्री कई चरणों में की जा सकती है। इस वजह से शेयर में बिक्री की संभावना बनी हुई है। एसबीआई के नेतृत्व में 8 लेंडर्स ने यस बैंक में 10,000 करोड़ रुपये के फंड का निवेश किया था। पिछले 3 वर्षों में बैंक का आउटलुक सकारात्मक बना हुआ है।
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क्या है ब्रोकरेज की राय?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने कहा, “स्टॉक 14 रुपये के अपने महत्वपूर्ण समर्थन स्तर के करीब गिर गया है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए हम इस प्वाइंट पर खरीदने की सलाह बिल्कुल नहीं देंगे।” मोतीलाल ओसवाल ने कहा, “अभी, बाजार में गिरावट है और इस स्टॉक के लिए भी ऐसा ही है। फिलहाल यस बैंक पर स्पष्टता होने तक इंतजार करना बेहतर है और इसके बजाय अन्य बैंक शेयरों को देखें जहां खरीदारी के अवसर मौजूद हैं।’
शेयरों के हाल
यस बैंक का शेयर अपने 17 अगस्त 2018 के 393 रुपये से टूटकर वर्तमान प्राइस तक आ गया। यानी पांच साल में यह शेयर 96 पर्सेंट टूट गया है। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में इस शेयर में 7 फीसदी की गिरावट आई है।
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कैसे थे तिमाही नतीजे
यस बैंक को दिसंबर 2022 तिमाही में 52 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ। हालांकि, सालाना आधार पर मुनाफे में 80 फीसदी की गिरावट आई है। दिसंबर 2021 में बैंक को 266 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। हालांकि बैंक का नेट इंटेरेस्ट इनकम (NII) सालाना आधार पर बढ़कर 1970.6 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, वित्त वर्ष 2020 की मार्च तिमाही में यस बैंक का ऑपरेशनल प्रॉफिट 106 करोड़ रुपये था, जो दिसंबर 2022 को समाप्त तिमाही में 9 गुना बढ़कर 914 करोड़ रुपये हो गया।