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8 नवंबर 2016, ये वो दिन था जब नोटबंदी का ऐलान हुआ। इसके बाद 500 और 1000 रुपये के पुराने नोट बंद हो गए। हालांकि, रिजर्व बैंक ने अलग-अलग शर्तों के साथ कुछ दिनों तक पुराने नोट को एक्सचेंज करने का मौका भी दिया। अब करीब 6 साल बाद सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हो रहा है। इस मैसेज में दावा किया गया है कि विदेशी नागरिकों के लिए पुराने नोट को एक्सचेंज करने की सुविधा को बढ़ा दिया गया है। मैसेज के मुताबिक विदेशी नागरिक अब भी पुराने नोट को बदल सकते हैं।
हालांकि, पीआईबी फैक्टचेक ने इस मैसेज को फर्जी बताया है। पीआईबी फैक्टचेक के ट्वीट के मुताबिक ऐसा कोई आदेश भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी नहीं किया गया है। एक ट्वीट में कहा, “आरबीआई के नाम से जारी एक आदेश में दावा किया गया है कि विदेशी नागरिकों के लिए भारतीय डिमोनेटाइज करेंसी नोटों की एक्सचेंज सुविधा बढ़ा दी गई है। यह आदेश फर्जी है। विदेशी नागरिकों के लिए भारतीय डिमोनेटाइज करेंसी नोटों के लिए एक्सचेंज सुविधा 2017 में समाप्त हो चुका है।”
आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर अकसर इस तरह के मैसेज वायरल होते रहते हैं। इसकी सत्यता का पता लगाने के लिए सरकार की ओर से पीआईबी फैक्ट चेक की शुरुआत की गई थी। आपको भी किसी मैसेज की सत्यता के बारे में जानकारी लेनी हो तो पीआईबी फैक्ट चेक के लिए-+918799711259/[email protected] पर पूछताछ कर सकते हैं।