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Adani group stock: अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से ही अडानी ग्रुप के शेयर बुरी तरह से रेंग रहे हैं। इसका असर बीते साल शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनी अडानी विल्मर लिमिटेड के स्टॉक (Adani wilmar) पर भी पड़ा है। यह स्टॉक लगातार छह कारोबारी दिन से गिर रहा है। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को यह स्टॉक 362.30 रुपये के पिछले बंद के मुकाबले 5 प्रतिशत की गिरावट के साथ 344.20 रुपये के निचले सर्किट स्तर पर बंद हुआ। यह स्टॉक छह दिनों में 21.41 फीसदी लुढ़क चुका है। वहीं, हिंडनबर्ग रिपोर्ट के दिन 24 जनवरी 2023 को स्टॉक 572 रुपये पर था। इस लिहाज से देखें तो स्टॉक में 40 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। अडानी ग्रुप का यह स्टॉक साल-दर-तारीख आधार पर 43.02 प्रतिशत लुढ़क चुका है।
आपको बता दें कि पिछले साल 7 मार्च को स्टॉक 337.45 रुपये के स्तर पर था। कहने का मतलब है कि यह स्टॉक वर्तमान में अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर 337.45 रुपये से महज 2 प्रतिशत दूर है। वहीं, 28 अप्रैल, 2022 को शेयर ने अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर 878.35 रुपये को छुआ था।
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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
शेयर इंडिया के वाइस-प्रेसिडेंट और रिसर्च हेड रवि सिंह ने कहा- लगातार बिकवाली के कारण अडानी विल्मर का स्टॉक फ्रीज हो गया है। अडानी ग्रुप में कुल मिलाकर कमजोरी के बीच यह शेयर कुछ और गिरावट देख सकता है। अगले कुछ समय में यह शेयर 310 रुपये के नए लो लेवल को टच कर सकता है। Tips2trades के एआर रामचंद्रन को लगता है कि अडानी विल्मर का स्टॉक 272 रुपये तक के निचले स्तर पर जा सकता है। ऐसे में काउंटर में खरीदारी करने से बचना चाहिए।
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कैसे हैं तिमाही नतीजे?
खाद्य तेल कंपनी अडानी विल्मर ने दिसंबर 2022 को दिसंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट 246.11 करोड़ रुपये का हुआ है। यह एक साल पहले की अवधि में 211.41 करोड़ रुपये थी। इस लिहाज से प्रॉफिट में 16 प्रतिशत का ग्रोथ है।