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4 अप्रैल को कर्ज में डूबी इस कंपनी की होगी नीलामी, 99% टूटकर ₹8 पर आया शेयर  

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कर्ज में फंसी कंपनी रिलायंस कैपिटल (Reliance capital) के कर्जदाताओं ने समाधान प्रक्रिया के तहत अधिक राशि जुटाने के लिए चार अप्रैल को दूसरे दौर की नीलामी करने का सोमवार को फैसला किया। सूत्रों ने बताया कि कर्जदाताओं की समिति (सीओसी) ने नीलामी के दूसरे दौर की योजना पर आगे बढ़ने का फैसला किया गया। इस बीच, पहले दौर की नीलामी में शामिल हिंदुजा समूह की कंपनी आईआईएचएल ने 9,000 करोड़ रुपये की संशोधित बोली पर टिके रहने के फैसले से सीओसी को अवगत कराया है। कंपनी के शेयर आज 5% से अधिक टूटकर 8.45 रुपये पर आ गए। बता दें कि यह शेयर लगातार गिर रहा है। पिछले पांच साल में यह शेयर 99% टूट चुका है। इस दौरान यह 472 रुपये से गिरकर वर्तमान प्राइस तक आ गया। 

न्यूनतम नकद राशि 8,000 करोड़ रुपये की होगी
नए दौर की नीलामी के लिए कर्जदाताओं ने 9,500 करोड़ रुपये की शुरुआती बोली तय की है जिसमें न्यूनतम नकद राशि 8,000 करोड़ रुपये की होगी। रिलायंस कैपिटल ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि सीओसी की 23 मार्च को होने वाली 38वीं बैठक स्थगित हो गई थी और वह बैठक सोमवार को आयोजित की गई।

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इसके पहले गत 20 मार्च को उच्चतम न्यायालय ने पहले दौर की नीलामी में सर्वाधिक बोली लगाने वाली टॉरेंट इन्वेस्टमेंट्स की वह अपील मंजूर कर ली थी जिसमें नीलामी का एक और दौर आयोजित करने के कर्जदाताओं के फैसले को चुनौती दी गई थी। हालांकि, न्यायालय ने नए सिरे से नीलामी करने पर रोक लगाने से मना कर दिया था। न्यायालय ने अगली सुनवाई के लिए मामले को अगस्त में सूचीबद्ध किया है।

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पहली नीलामी में 8,640 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी
गत दिसंबर में संपन्न पहले दौर की नीलामी में टॉरेंट ने सर्वाधिक 8,640 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। हिंदुजा समूह की कंपनी आईआईएचएल ने पहले 8,110 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी जिसे बाद में उसने संशोधित कर 9,000 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव रखा था। रिजर्व बैंक ने 29 नवंबर, 2021 को रिलायंस कैपिटल के निदेशक मंडल को भंग करने के साथ नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त कर दिया था। 
     

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