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सार्वजनिक क्षेत्र की गेल (इंडिया) लिमिटेड को एक बड़ी सफलता मिली है। यह कंपनी दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही जेबीएफ पेट्रोकेमिकल्स का अधिग्रहण करेगी। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने जेबीएफ पेट्रोकेमिकल्स के लिए गेल के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। गेल की रिजॉल्यूशन योजना 2079 करोड़ रुपये की है।
कितना था बैंकों का बकाया: जेबीएफ पेट्रोकेमिकल्स की बात करें तो इस कंपनी पर आईडीबीआई बैंक के नेतृत्व वाले लेंडर्स का 7,918 करोड़ रुपये बकाया है। इसके अन्य लेंडर्स में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा और इंडियन ओवरसीज बैंक शामिल हैं। इन लेंडर्स ने 4,584 करोड़ रुपये का दावा किया, लेकिन एनसीएलटी ने कुल 4,662 करोड़ रुपये का दावा स्वीकार किया। आपको बता दें कि फरवरी, 2022 को आईडीबीआई बैंक के नेतृत्व में जेबीएफ पेट्रोकेमिकल्स के कर्जदाताओं ने कंपनी के लिए दिवाला कार्यवाही शुरू करने का फैसला किया। जेबीएफ पेट्रोकेमिकल्स की स्थापना सितंबर 2008 में की गई थी।
लिस्टेड है पैरेंट कंपनी: आपको बता दें कि पॉलिएस्टर निर्माता जेबीएफ इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी जेबीएफ पेट्रोकेमिकल्स शेयर बाजार में लिस्टेड है। बीएसई इंडेक्स पर जेबीएफ इंडस्ट्रीज की ट्रेडिंग 10 मार्च 2023 से बंद है। ट्रेडिंग के आखिरी दिन शेयर का भाव 7.52 रुपये था। वहीं, 24 फरवरी 2023 को शेयर की कीमत 4.90 रुपये के स्तर तक गई, जो 52 हफ्ते का निचला स्तर है।
बहरहाल, इस डील के बाद गेल अब इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के बाद दूसरा सार्वजनिक उपक्रम बन गया, जिसने हाल ही में IBC के जरिए निजी क्षेत्र की दिवालिया कंपनी का अधिग्रहण किया है।