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Future Enterprises Share: फ्यूचर ग्रुप की दिवालिया कंपनी फ्यूचर एंटरप्राइजेज को एकमात्र खरीदार मिला है। इस कंपनी को खरीदने में कोलकाता की स्टील ट्यूब और पाइप निर्माता कंपनी-जिंदल (इंडिया) लिमिटेड ने दिलचस्पी दिखाई है। बीसी जिंदल समूह की यह कंपनी एकमात्र बोलीदाता के रूप में उभरी है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिंदल के प्रस्ताव को लेनदारों को सौंप दिया गया है। बता दें कि फ्यूचर एंटरप्राइजेज के लिए समाधान योजना जमा करने की आखिरी तारीख 10 नवंबर थी।
अंबानी की कंपनी भी थी रेस में
मुकेश अंबानी के नियंत्रण वाली रिलायंस रिटेल पहले कंपनी के अधिग्रहण की दौड़ में थी। रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर एंटरप्राइजेज के लिए अपनी बोली पर फैसला लेने के लिए 30 अक्टूबर तक का समय मांगा था। इसके बाद इस पर कोई अपडेट नहीं आया। बता दें कि इस साल जुलाई में फ्यूचर एंटरप्राइजेज ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया था कि उसे रिलायंस रिटेल वेंचर्स, जिंदल (इंडिया) लिमिटेड और डोनियर इंडस्ट्रीज के स्वामित्व वाली कपड़ा निर्माता जीबीटीएल लिमिटेड से समाधान योजनाएं प्राप्त हुई थीं।
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कितना है कर्ज
फ्यूचर एंटरप्राइजेज की बात करें तो इस पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और उसकी शाखा सेंटबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज के नेतृत्व वाले लेंडर्स का कुल 12,265 करोड़ रुपये बकाया है। यह फ्यूचर ग्रुप का दूसरा सबसे बड़ा कर्ज है। भारी कर्ज को देखते हुए बीते 27 फरवरी को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने किशोर बियानी के फ्यूचर एंटरप्राइजेज को कॉर्पोरेट दिवालियापन के लिए स्वीकार किया था। एनसीएलटी की मुंबई पीठ ने फर्म के लिए कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया।
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शेयर का हाल
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन फ्यूचर एंटरप्राइजेज के शेयरों में तेजी रही। यह शेयर 0.81 पैसे पर बंद हुए। पिछले बंद के मुकाबले शेयरों में 1.25% की तेजी देखी गई। इस साल 5 जनवरी को शेयर 2.24 रुपये पर था। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है। साल 2008 में इस कंपनी के शेयर की कीमत 65 रुपये तक गई थी। इस लिहाज से शेयर 99 प्रतिशत तक टूट चुका है।