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Future Retail Share: शेयर बाजार में तेजी के बीच फ्यूचर ग्रुप की कर्ज में डूबी कंपनी फ्यूचर रिटेल के शेयरों में जबरदस्त गिरावट आई है। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को इस शेयर में 5% का लोअर सर्किट लगा और भाव लुढ़क कर 3.05 रुपये पर आ गया। बीते 5 साल की अवधि में यह शेयर 99% से ज्यादा टूट चुका है। सितंबर 2018 में इस शेयर की कीमत 590 रुपये पर थी, जो अब 3 रुपये पर आ गई है।
दिलचस्पी दिखाने वाली एकमात्र कंपनी
फ्यूचर रिटेल को खरीदने के लिए 49 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई थी लेकिन अब एकमात्र खरीदार बचा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक SpaceMantra एकमात्र ऐसी कंपनी है जिसने फ्यूचर रिटेल की सभी संपत्तियों को खरीदने के लिए दिलचस्पी दिखाई है। SpaceMantra ने अधिग्रहण डील के लिए 550 करोड़ रुपये की पेशकश की है। यह रकम वित्तीय लेनदारों के 19,200 करोड़ रुपये के कुल बकाया के 3 प्रतिशत से भी कम है। बता दें कि NBCC के पूर्व अध्यक्ष अनूप कुमार मित्तल और आशीष अग्रवाल द्वारा प्रवर्तित SpaceMantra बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के खुदरा विक्रेता के रूप में रजिस्टर्ड है।
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अंबानी-अडानी भी थे रेस में
फ्यूचर रिटेल को खरीदने की रेस में जिन 49 कंपनियों का नाम था, उनमें देश के दो बड़े अरबपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की फर्म भी शामिल थीं। हालांकि, बाद में दोनों अरबपतियों की कंपनी ने फ्यूचर ग्रुप की संपत्ति खरीदने की रेस से खुद को अलग कर लिया।
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बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फ्यूचर ग्रुप के एसेट्स के भारी वैल्यूएशन की वजह से मुकेश अंबानी और गौतम अडानी की कंपनियों ने अपना इरादा बदला है। रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से बताया गया कि एसेट्स का वैल्यूएशन 9,000 करोड़ रुपये से अधिक था, जिसके कारण रिलायंस समूह प्रबंधन को अपना रुख बदलना पड़ा।