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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को भरोसा दिलाया कि 2,000 रुपये के नोट को वापस लेने की प्रक्रिया बिना किसी अड़चन के पूरी होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक की स्थिति पर लगातार नजर है।
आरबीआई की है नजर
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा हमने स्थिति का अपना आकलन कर लिया है। शक्तिकांत दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक की स्थिति पर लगातार नजर है और अभी तक कोई बड़ा मुद्दा सामने नहीं आया है। 2,000 का नोट बदलने या उसे बैंक खाते में जमा करने के लिए 131 दिन का समय किया है, जिसकी शुरुआत मंगलवार यानी 23 मई से हो चुकी है।
30 सितंबर तक मौका
पिछले शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने क्लीन नोट पॉलिसी के तहत 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी। हालांकि, केंद्रीय बैंक ने इसके साथ ही स्पष्ट किया था कि यह नोटबंदी नहीं है और 2,000 रुपये का नोट वैध मुद्रा बना रहेगा और लोग भुगतान के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। चलन में मौजूद कुल मुद्रा में 2,000 के नोट का हिस्सा 10.8 प्रतिशत (3.6 लाख करोड़ रुपये) है। इन नोटों को 30 सितंबर तक बदला जा सकता है या बैंक खाते में जमा किया जा सकता है।