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हिंडनबर्ग विवाद और बाजार में उथल-पुथल के बीच अडानी ग्रुप ने आज से दुबई, लंदन और अमेरिका के कई शहरों में रोड शो करने का फैसला किया है। सात से 15 मार्च तक होने वाले रोड शो में मुख्य वित्तीय अधिकारी जुगशिंदर सिंह भी शामिल होंगे।
बता दें अडानी ग्रुप ने 27 फरवरी को सिंगापुर में, जबकि 28 फरवरी और एक मार्च को हांगकांग में रोड शो आयोजित किया था। निवेशकों की चिंताओं को दूर करने के लिए अडानी ने कथित तौर पर महीने की शुरुआत में बॉन्डहोल्डर्स के साथ कॉल की थी। बार्कलेज, बीएनपी परिबास, डीबीएस बैंक, ड्यूश बैंक, अमीरात एनबीडी कैपिटल, आईएनजी, आईएमआई-इंटेसा सैनपोलो, एमयूएफजी, मिजुहो, एसएमबीसी निक्को और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने कंपनी के एशिया रोड शो का आयोजन किया था।
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रोड शो के जरिए अडानी ग्रुप की हिंडनबर्ग से नुकसान की भरपाई की लड़ाई का उद्देश्य निवेशकों के विश्वास को जुटाना है, जो अमेरिकी शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट के बाद डगमगा गया था। रोड शो का यह दौर तब आया है, जब अडानी ने हिंडनबर्ग फियास्को के बाद पहला बड़ा निवेश देखा। यूएस बुटीक इन्वेस्टमेंट फर्म, जीक्यूजी पार्टनर्स ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अडानी ट्रांसमिशन सहित चार अडानी समूह की कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस निवेश के बाद एसीसी और अंबुजा को छोड़कर अडानी की 10 में से आठ कंपनियों में सोमवार को तेजी रही।
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जीक्यूजी पार्टनर्स के चेयरमैन राजीव जैन ने एक इंटरव्यू में बल्क में खरीदे गए शेयर के पीछे के तर्क को समझाया। उन्होंने बताया कि भारत को अभी किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता है, जो अपनी बुनियादी ढांचे की जरूरतों को पूरा कर सके और अडानी ग्रुप अच्छा काम कर रहा है।