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Hindenburg Report: जनवरी के अंत में अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) की अडानी समूह पर आई एक रिपोर्ट ने दुनिया भर में खलबली मचाकर रख दी है। इस रिपोर्ट के आने के बाद से अडानी समूह के शेयरों को जबरदस्त झटका लगा है। अब अडानी समूह के मुखिया गौतम अडानी दुनिया के टॉप 20 अरबपतियों की सूची से भी बाहर हो गए हैं। आइए जानते हैं हिंडनबर्ग रिपोर्ट क्या है और इससे अडानी समूह कितना प्रभावित हुआ है।
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बिजनेस वेबसाइट फॉर्च्यून के मुताबिक अडानी समूह की कंपनियों का मार्केट कैपिटल पिछले 10 दिनों में गिरकर 217 बिलियन डॉलर से 99 बिलियन डॉलर पर आ गया है। इसका मतलब ये हुआ कि अडानी समूह को सिर्फ10 दिनों में 118 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। बता दें कि हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए थे जिससे समूह के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है।
पहले भी कई कंपनियों के शेयर हुए हैं धड़ाम
हिंडनबर्ग एक फॉरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है जिसका मुख्य काम शेयर मार्केट, इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स पर रिसर्च करना है। यह कंपनी अलग-अलग कंपनियों और स्टार्टअप्स की अनियमितताओं और कुप्रबंधन पर रिसर्च रिपोर्ट जारी करती है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट की वजह से पहले भी कई कंपनियों के शेयर प्राइस में भारी गिरावट आई है। कंपनी साल 2020 में सबसे ज्यादा चर्चा में आई थी जब इसने इलेक्ट्रिक ट्रक बनाने वाली कंपनी निकोला पर गंभीर आरोप लगाए थे। अब इस रिपोर्ट से अडानी समूह प्रभावित हुआ है।
8.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान
न्यूज एजेंसी पीटीआई (PTI) ने बताया कि अडानी समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों को पिछले छह दिनों में 8.76 लाख करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। हालांकि, इनमें से कुछ कंपनियों के शेयरों ने पिछले 6 दिनों में भारी गिरावट का सामना करने के बाद शुक्रवार को वापसी की। अडानी समूह में मचे इस घामासान के बीज भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि देश की बैंकिंग प्रणाली लचीली और स्थिर बनी हुई है।