निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान में कमी आने से उसका शुद्ध लाभ 22.30 प्रतिशत बढ़कर 11,125.21 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 9,096.19 करोड़ रुपये रहा था।
कमाई और खर्चे: सितंबर तिमाही में बैंक की कुल कमाई एक साल पहले के 38,754 करोड़ रुपये से बढ़कर 46,182 करोड़ रुपये हो गई। इस दौरान उसका खर्च भी 22,947 करोड़ रुपये से बढ़कर 28,790 करोड़ रुपये हो गया। इस तिमाही में प्रमुख शुद्ध ब्याज आय 18.9 प्रतिशत बढ़कर 21,021 करोड़ रुपये हो गई। इसमें अग्रिम के 23 प्रतिशत बढ़ने का अहम योगदान रहा, शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.1 प्रतिशत पर स्थिर रहा।
एनपीए का ये रहा हाल: दूसरी तिमाही में बैंक की ग्रॉस एनपीए कुल ऋण खाते का 1.23 प्रतिशत रहीं जबकि एक साल पहले की दूसरी तिमाही में यह 1.35 प्रतिशत रही थी। अप्रैल-जून 2022 की तिमाही में ग्रॉस एनपीए 1.28 प्रतिशत पर था। फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान की जरूरत घटकर 3,240 करोड़ रुपये पर आ गई जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 3,925 करोड़ रुपये रही थी।
वहीं, जुलाई-सितंबर 2022 की अवधि में एचडीएफसी बैंक की शाखाओं की संख्या बढ़कर 6,499 हो गई जबकि उसके कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 1.61 लाख पर पहुंच गई।
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एचडीएफफसी सिक्योरिटीज को नुकसान: हालांकि, एचडीएफसी बैंक की सब्सिडयरी एचडीएफफसी सिक्योरिटीज का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में घटकर 190.9 करोड़ रुपये पर आ गया जबकि एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज का लाभ ढाई गुना होकर 471.4 करोड़ रुपये हो गया।