सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 80 के पार पहुंच गया। इस बीच, आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ ने कहा कि रुपये को बेहतर तरीके से प्रबंधित किया गया है और घरेलू मुद्रा की विनिमय दर में गिरावट को लेकर निश्चित तौर पर चिंता करने वाली कोई बात नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘…आरबीआई ने दो सप्ताह पहले ही व्यापक स्तर पर कदम उठाये हैं। इसीलिए, जो भी कदम जरूरी हैं, उन्हें उठाया जा रहा है। अत: हमें इसको लेकर निश्चित रूप से चिंतित होने की जरूरत नहीं है। विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव के संदर्भ में इसे बेहतर तरीके से प्रबंधित किया जा रहा है।’’
बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने विदेशी मुद्रा प्रवाह बढ़ाने के लिये कई उपाये किये हैं। इसमें कंपनियों के लिये उधारी सीमा बढ़ाना और सरकारी बॉन्ड में निवेश के लिये नियमों को उदार बनाना शामिल हैं।
कितना गिर गया रुपया: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में मंगलवार को रुपया 80.00 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान यह 80.05 के अबतक के सबसे निचले स्तर तक पहुंच गया। बाद में रुपये में थोड़ा सुधार आया और यह अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की तेजी के साथ 79.92 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस साल रुपया अबतक 7.5 प्रतिशत या 5.63 रुपये टूट चुका है।