कोरोना संकट में राशन की लिस्ट से मिले आइडिया से नमन जैन ने हजारों लोगों का जीवन आसान बना दिया है। जयपुर के फुलेरा नगर निवासी नमन ने भाई रजत जैन के साथ मिलकर ‘लिस्टर’ ऐप विकसित किया है, जिससे लोगों और उनके पड़ोस के दुकानदारों, दोनों को बैठे-बिठाए फायदा हो रहा है।
इस ऐप से जुड़कर स्टोर वाले कुछ मिनटों में लोगों का ऑर्डर उनके घर पर ही उपलब्ध करा रहे हैं। इससे अब तक जयपुर, जोधपुर, मुंबई और दिल्ली के 15 हजार उपभोक्ता और 2000 दुकानदार जुड़ चुके हैं। उनका यह स्टार्टअप आईआईएम, काशीपुर में भी चयनित हुआ है।
इंजीनियरिंग और एमबीए हैं नमन
इंजीनियरिंग और एमबीए करने वाले नमन ने बताया कि पिछले साल जब कोरोना के कहर से लोग कराह रहे थे, तब हर कोई बहुत मजबूरी में ही घर से निकलता था। इसी दौरान एक दिन उनकी मां ने लिस्ट थमाते हुए उन्हें राशन लाने को कह दिया।
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तब उनके मन में यह ख्याल आया कि इस संकट की घड़ी में क्यों न एक ऐसा ऐप बनाया जाए, जिससे लोग पड़ोस की दुकान को ऑर्डर देकर कुछ मिनटों में घर पर ही जरूरत का सामान मंगा सकें। अप्रैल 2021 में ऐप बनाकर उन्होंने अपने स्टार्टअप की शुरुआत की। नमन ने इसका नाम ‘लिस्टर’ रखा, जो मां की राशन की लिस्ट से ही उपजा है।
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नाम मात्र का शुल्क
ऐप से जुड़ने वाले दुकानदारों से मात्र 500 रुपये महीने का शुल्क लिया जाता है। वे सुबह से लेकर रात आठ बजे तक होम डिलीवरी की सेवा प्रदान करते हैं। अब तक ऐप के जरिये दो करोड़ रुपये का लेनदेन हो चुका है।
जीरो कमीशन का यह ऑनलाइन बाजार सभी लोगों को आसानी से अधिक मुनाफे का बिजनेस करने का मौका देता है। -नमन जैन, लिस्टर के फाउंडर