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Patanjali Foods लिमिटेड ने स्पष्ट किया है कि वह पब्लिक शेयरहोल्डिंग को बढ़ाने के लिए फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) नहीं लाएगी। कंपनी ने कहा है कि इसके बजाय वह बिक्री पेशकश (ओएफएस) और पात्र संस्थागत नियोजन जैसे विकल्पों पर विचार करेगी। इस बीच, कंपनी के शेयर में 5 प्रतिशत तक की गिरावट आई। वहीं, बीएसई पर यह शेयर 896.50 रुपये पर बंद हुआ। एक दिन पहले के मुकाबले शेयर में 4.43% की गिरावट आई।
बता दें कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने बाबा रामदेव की अगुवाई वाले पतंजलि समूह की कंपनी पंतजलि फूड्स के प्रवर्तकों के शेयर जब्त किए हैं।
क्या कहा योगगुरु ने: रामदेव ने एक बातचीत में अपने निवेशकों और पब्लिक शेयरहोर्ल्ड को आश्वासन दिया था कि पतंजलि फूड्स के परिचालन और वित्तीय प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा और इसकी विकास गति बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा था-निवेशकों के लिए चिंता करने की कोई बात नहीं है।
रामदेव ने अनुसार, सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार प्रवर्तकों के शेयरों पर पहले से ही सूचीबद्ध होने की तारीख से एक वर्ष यानी आठ अप्रैल, 2023 तक लेन-देन पर रोक है। ऐसे में शेयर बाजारों के इस कदम का पतंजलि के कामकाज पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा।
अप्रैल में शुरू होगी प्रक्रिया: एफपीओ के बारे में रामदेव ने कहा, ”हम करीब छह प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर इश्यू ला रहे हैं। इसको लेकर कोई सवाल नहीं है। देरी का कारण बाजार स्थिति का अनुकूल नहीं होना है।” समयसीमा के बारे में उन्होंने कहा, ”हम एफपीओ के लिये प्रक्रिया अप्रैल में शुरू करेंगे।”