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Sovereign Gold Bonds Returns: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) ने पिछले आठ वर्षों में निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। नवंबर 2015 से मोदी सरकार ने इसे जारी किया था। मोदी सरकार के इस गोल्ड ने वार्षिक आधार पर औसतन 13.7% का रिटर्न दिया है। विशेषज्ञों के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता में वृद्धि के बीच इस अवधि में सोने की कीमतों में वृद्धि ने रिटर्न को बढ़ावा दिया है।
बहुत से अमीर लोग अपने पैसे को सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में लगाना इसलिए पसंद करते हैं कि आठ साल की मेच्योरिटी के बाद कैपिटल गेन टैक्स फ्री हो जाता है।। साथ ही सरकार बॉन्ड की वैल्यू पर 2.50 परसेंट का ब्याज भी देती है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के 63 इश्यू में निवेश करने वाले निवेशकों को 4.68 फीसद से 51.89 फीसद तक रिटर्न मिला है। यह रिटर्न निवेश के समय पर निर्भर करता है। जबकि, इसमें 2.50 फीसद ब्याज नहीं जुड़ा है।
सोने के गहने, गोल्ड ईटीएफ और सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेश के लिए कौन बेहतर? जानें यहां
जिसने जितनी जल्दी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश किया, उसका पैसा उतनी ही तेज गति से बढ़ा। इसे ऐसे समझें, मान लीजिए कोई निवेशक नवंबर 2015 में आए एसजीबी के पहले ईश्यू में एक ग्राम सोने के लिए 2684 रुपये निवेश करता है। आज की डेट में इसकी वैल्यू 6017 रुपये हो गई है। अगर इस नवंबर में कोई इससे इस भाव पर निकासी करता है तो उसे 125 फीसद का रिटर्न मिलेगा। बता दें इस बॉन्ड में एक ग्राम सोने से लेकर 4 किलो तक का निवेश किया जा सकता है।
क्यों बेहतर है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
रिटर्न के लिहाज से यह सबसे बेहतरीन है। यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है। जहां तक शुद्धता की बात है तो इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने के कारण इसकी शुद्धता पर कोई संदेह नहीं किया जा सकता। इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा)। इसका लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं। पांच साल के बाद कभी भी इसको भुना सकते हैं।