रिजर्व बैंक के पूर्व डिप्टी गवर्नर आर.एस. गांधी ने कहा है कि बेहतर मानसून रिजर्व बैंक और सरकार को महंगाई की चुनौती से निपटने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि जून की समीक्षा बैठक में और 0.50 फीसदी की रेपो दर में वृद्धि की उम्मीद करना सही नहीं है। गांधी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में आरबीआई रेपो दर में 0.25 फीसदी इजाफा कर सकता है। हालांकि, यह बहुत हद तक मानसून और महंगाई की स्थिति पर निर्भर करेगा।
महंगाई से जंग में विकास की बलि नहीं देंगे: दास
रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछले दिनों कहा था कि महंगाई रिजर्व बैंक के लिए प्रमुख चुनौती जरूर है, लेकिन इसपर अंकुश के लिए आर्थिक विकास दर भी सुस्त नहीं पड़ने देंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि किसी भी स्थिति में महंगाई की वजह से विकास की बलि नहीं चढ़ने देंगे।
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दास ने कहा था कि एक संतुलित नजरिया अपनाया जाएगा। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक छह से आठ जून के बीच होनी है। इसमें रेपो दरों पर फैसला होना है।