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मशहूर शराब कंपनी के IPO पर दांव लगाने की मचेगी होड़ या टूटेगा भम्र ! ग्रे मार्केट भाव में बड़ा फेरबदल

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Sula Vineyards IPO: वाइन बनाने वाली कंपनी सुला वाइनयार्ड्स का इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी आईपीओ (IPO) अगले सप्ताह 12 दिसंबर को निवेश के लिए ओपन हो रहा है। निवेशक 14 दिसंबर तक इसमें दांव लगा सकेंगे। इसका प्राइस बैंड 340-357 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है। निवेशक कम से कम 42 इक्विटी शेयरों और उसके गुणकों में बोली लगा सकते हैं। एंकर बुक शुक्रवार 9 दिसंबर को शुरू होगी। दिग्गज वाइन कंपनी के आईपीओ को लेकर निवेशकों में क्रेज है लेकिन ग्रे मार्केट कुछ और संकेत दे रहा है। दरअसल, ग्रे मार्केट में बुधवार के मुकाबले आज भाव गिरे हैं। 

क्या चल रहा GMP?
सुला वाइनयार्ड्स का ग्रे मार्केट में जबरदस्त उछाल है। कंपनी के शेयर आज गुरुवार को ग्रे मार्केट में 43 रुपये प्रीमियम पर कारोबार कर रहे हैं। इससे पहले बुधवार को इसका जीएमपी 70 रुपये प्रीमियम पर था।

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960 करोड़ का होगा आईपीओ
यह इश्यू पूरी तरह से कंपनी के प्रमोटरों और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 2,69,00,530 इक्विटी शेयरों की बिक्री (OFS) की पेशकश है। वाइनमेकर प्रारंभिक हिस्सेदारी बिक्री के माध्यम से 960.35 करोड़ रुपये जुटाना चाहता है, जबकि पहले यह 1,200-1,400 करोड़ रुपये था। प्रमोटर राजीव सामंत के साथ-साथ कॉफिनट्रा एसए, हेस्टैक इन्वेस्टमेंट्स, सामा कैपिटल III, एसडब्ल्यूआईपी होल्डिंग्स, वर्लिन्वेस्ट फ्रांस एसए, वर्लिन्वेस्ट एसए और अन्य बिक्री वाले शेयरधारक ओएफएस में पार्टिसिपेंट करेंगे।

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कंपनी के बारे में
सुला वाइनयार्ड्स 31 मार्च, 2021 तक भारत का सबसे बड़ा शराब उत्पादक और विक्रेता है। इसका प्रमुख ब्रांड ‘सुला’ भारत में शराब का ‘कैटेगरी क्रिएटर’ है। नासिक स्थित कंपनी RASA, डिंडोरी, द सोर्स, सटोरी, मदेरा और दीया सहित लोकप्रिय ब्रांडों के तहत वाइन डिस्ट्रिब्यूट करती है। बीते साल Sula Vineyards ने बताया था कि कंपनी की मैन्युफैक्चरिंग कैपासिटी 14.5 मिलियन लीटर थी। वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का लाभ कई गुना बढ़कर 52.14 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2021 में यह महज 3.01 करोड़ रुपये था। इस दौरान राजस्व में 8.60% की वृद्धि हुई और यह 453.92 करोड़ रुपये रहा।

 

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