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मंदी की आहट के बीच अलग-अलग सेक्टर की कंपनियों में छंटनी का दौर शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में भारतीय एडटेक फर्म-Vedantu Innovation Pvt ने 385 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। यह कर्मचारियों की फुल कैपिसिटी का 11.6% है। आपको बता दें कि बेंगलुरु स्थित इस फर्म ने साल में तीसरी बार छंटनी की है। छंटनी के बाद कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 3300 के करीब रह गई है।
तीसरी बार छंटनी: इस एडटेक यूनिकॉर्न ने मई में 424 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था, जबकि अगस्त में करीब 100 कर्मचारियों को मुश्किल माहौल का हवाला देकर नौकरी से निकाला था। अब एक बार फिर 385 कर्मचारियों को कंपनी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस तरह सालभर में 900 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा चुका है। बता दें कि मई में कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या 5,600 थी। हालांकि, इसमें कॉन्ट्रैक्ट वाले कर्मचारी भी शामिल थे।
कंपनी का फोकस: जानकारों के मुताबिक Vedantu ने खर्चों में कटौती और प्रॉफिस हासिल करने पर फोकस किया है। यही नहीं, कंपनी अब अपने हाइब्रिड ऑपरेशंस का विस्तार करने के प्रयास कर रही है। दीक्षा के अधिग्रहण के बाद इस प्रयास में तेजी आई है। लागत में कटौती के उपायों के तहत कंपनी के संस्थापक टीम ने अपने वेतन में 50% तक की कटौती भी की है।
बता दें कि वामसी कृष्णा, आनंद प्रकाश और पुलकित जैन ने साल 2011 में Vedantu की नींव रखी थी। कंपनी ने पिछले साल सितंबर में ₹740 करोड़ जुटाए थे। इसी के साथ कंपनी यूनिकॉर्न फर्म बन गई। कंपनी के निवेशकों में लीजेंड कैपिटल, ओमिडयार नेटवर्क जीजीवी कैपिटल, वेस्टब्रिज कैपिटल, एक्सेल और टीएएल एजुकेशन भी शामिल हैं।