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जब से एयर इंडिया (Air India) की कमान टाटा ग्रुप (Tata Group) को दोबारा मिली है उसके बाद से समूह लगातार कंपनी कंपनी की पुरानी तस्वीर को बदलने में लगा है। हाल ही में एयर इंडिया ने 470 विमानों के लिए ऑर्डर देने की घोषणा की थी। इसमें से 70 बड़े आकार के विमान हैं। सोमवार को एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने प्रेस कॉफ्रेंस में इसकी जानकारी साझा की है। कंपनी अबतक के सबसे ऑर्डर के लिए 70 अरब डॉलर (लिस्टेड प्राइस) खर्च करेगी। एयर इंडिया ने 470 विमानों के लिए एयर बस और बोइंग को अलग-अलग ऑर्डर दिया है। बता दें, टाटा समूह ने पिछले साल जनवरी में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था।
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एयर इंडिया ने किसको कितना दिया है ऑर्डर
एयर इंडिया ने एयरबस और बोइंग को 470 विमानों का ऑर्डर दिया है। इसके साथ ही उसके पास 370 और विमानों को खरीदने का विकल्प भी है। इस बारे में विल्सन ने कहा कि 370 और विमानों को खरीदने के विकल्प के लिए कोई समयसीमा नहीं है। हम बाजार का आकलन करेंगे और उसके बाद ही इस बारे में कोई कदम उठाया जाएगा।
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एयर इंडिया में व्यापक संभावनाएं हैं और समूह को एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन बनाने के प्रयास जारी हैं। एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने सोमवार को यह बात कही। विल्सन ने मीडिया को वर्चुअल तरीके से संबोधित करते हुए कहा कि एयर इंडिया के साथ विस्तार के एकीकरण की प्रक्रिया जारी है और अब भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) से मंजूरी का इंतजार है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा एयर इंडिया एक्सप्रेस और एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयरएशिया इंडिया) के एकीकरण की प्रक्रिया भी चल रही है। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया के पास अपार क्षमता और अभूतपूर्व अवसर हैं। समूह एक महत्वपूर्ण इंटरनेशनल खिलाड़ी बनने पर काम कर रहा है।