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देश का आम बजट आगामी 1 फरवरी को पेश होने वाला है। बजट से ठीक पहले दिसंबर 2022 के कोर सेक्टर के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। दिसंबर के दौरान कोर सेक्टर में उत्पादन 7.4 प्रतिशत बढ़ा है। एक साल पहले इसी अवधि में उत्पादन 4.1 प्रतिशत बढ़ा था। वहीं, नवंबर 2022 में कोर सेक्टर के उत्पादन में 5.4 प्रतिशत ग्रोथ रही थी।
किस सेक्टर का क्या हाल: दिसंबर महीने में कोयला, बिजली, स्टील, सीमेंट, उर्वरक, रिफाइनरी उत्पादों और प्राकृतिक गैस का उत्पादन बढ़ा है। वहीं, कच्चे तेल के उत्पादन में 1.2 प्रतिशत की गिरावट आई है। कोयले का उत्पादन दिसंबर, 2022 में सालाना आधार पर 11.5 प्रतिशत बढ़ा। इसी तरह उर्वरक में 7.3 प्रतिशत, इस्पात में 9.2 प्रतिशत और बिजली में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
बता दें कि आठ कोर इंडस्ट्रीज में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं। इनकी वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-दिसंबर के दौरान आठ प्रतिशत रही। यह आंकड़ा पिछले साल की इसी अवधि में 12.6 प्रतिशत था।
राजकोषीय घाटे का हाल: वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर अंत में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा पूरे साल के बजट अनुमान का 59.8 फीसदी तक पहुंच गया। 2022-23 की अप्रैल-दिसंबर अवधि के दौरान राजकोषीय घाटा 9.93 लाख करोड़ रुपये था। आपको बता दें कि राजकोषीय घाटा, व्यय और राजस्व के बीच का अंतर है।
वहीं, नेट टैक्स रिसीट बढ़कर 15.56 लाख करोड़ रुपये हो गईं, जबकि कुल व्यय 28.18 लाख करोड़ रुपये था। सरकार ने मार्च 2023 को समाप्त होने वाले चालू वर्ष में राजकोषीय घाटा 16.61 लाख करोड़ या सकल घरेलू उत्पाद का 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।