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अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जिरोम पॉवेल ने कहा है कि आर्थिक आंकड़े देखकर ही आगे भी ब्याज दरों पर फैसला लेंगे। पॉवेल ने कहा कि अगर आंकड़े बिगड़े तो ब्याज दरें अनुमान से ज्यादा बढ़ानी पड़ सकती हैं। महंगाई घटने लगी है, लेकिन ये अभी शुरुआत है। पॉवेल के इस बयान का असर घरेलू शेयर बाजार पर भी पड़ सकता है। वैसे आज आरबीआई भी रेपो रेट के बारे में घोषणा करने वाला है।
पॉवेल ने मंगलवार को इकॉनोमिक क्लब ऑफ वाशिंगटन में डेविड रूबेनस्टीन के साथ एक सवाल-जवाब सत्र में कहा, “हमें लगता है कि हमें दरों में और बढ़ोतरी करने की जरूरत है। लेबर मार्केट असाधारण रूप से मजबूत है।” बता दें फेडरल ओपन मार्केट कमेटी ने पिछले सप्ताह अपनी बेंचमार्क दर को 0.25 प्वाइंट बढ़ाकर 4.5% से 4.75% कर दिया।
मौद्रिक नीति : रेपो रेट 0.25 फीसदी बढ़ने का अनुमान, फेड के फैसले से बढ़ा दबाव
श्रम विभाग ने शुक्रवार को बताया कि गैर-कृषि पेरोल में पिछले महीने 517,000 की वृद्धि हुई है, जबकि बेरोजगारी 3.4% तक गिर गई, जो 1969 के बाद की सबसे कम दर है। पॉवेल ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से कहा कि अधिकारियों को आश्वस्त होने के लिए “काफी अधिक सबूत” की आवश्यकता है कि मुद्रास्फीति नीचे की ओर है।