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सरकार को सार्वजनिक क्षेत्र की दवा कंपनी इंडियन मेडिसिन्स फार्मास्युटिकल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईएमपीसीएल) की रणनीतिक बिक्री के लिए कई अभिरुचि पत्र प्राप्त हुए हैं। निवेश एवं लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) में सचिव तुहिन कांत पाण्डेय ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर की गई एक पोस्ट में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, आईएमपीसीएल के रणनीतिक विनिवेश के लिए कई अभिरुचि पत्र (ईओआई) प्राप्त हुए हैं। लेनदेन अब दूसरे चरण में जाएगा।
दूसरे चरण में उचित जांच-पड़ताल के बाद वित्तीय बोलियों के लिए अनुरोध प्रस्ताव शामिल होंगे। दीपम ने आईएमपीसीएल के विनिवेश के लिए इच्छुक बोलीदाताओं से 31 अगस्त को अभिरुचि पत्र आमंत्रित किया था। प्रारंभिक बोली लगाने की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर थी।
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आयुष मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत संचालित आईएमपीसीएल में केंद्र सरकार की 98.11 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बाकी हिस्सेदारी उत्तराखंड सरकार के उपक्रम कुमाऊं मंडल विकास निगम लिमिटेड के पास है जो अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचना चाहता है।
आईएमपीसीएल विभिन्न प्रकार की बीमारियों के लिए आयुर्वेदिक एवं यूनानी दवाएं बनाती है। यह राष्ट्रीय आयुष मिशन (एनएएम) के तहत सभी राज्यों और जन औषधि केंद्रों को इन दवाओं की आपूर्ति करती है।