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डिफेंस के इस शेयर को ताबड़तोड़ बेच रहे निवेशक, एक्सपर्ट सहमे, बेचने की दे रहे सलाह

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इस हफ्ते सरकारी डिफेंस कंपनी कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (Cochin Shipyard Ltd) के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। सोमवार के बाद अब मंगलवार को भी इस कंपनी के शेयर पस्त नजर आए। ट्रेडिंग के दौरान शेयर की कीमत 17.96 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1,032 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गई। वहीं, क्लोजिंग प्राइस 11.29 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1,065.85 रुपये था। इससे पहले सोमवार को भी शेयरों में बिकवाली का माहौल था। बता दें कि पिछले 8 सितंबर को कंपनी के शेयर BSE पर 1,258 रुपये के स्तर तक गए थे। यह शेयर के 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर भी है।  

ब्रोकरेज ने दी बेचने की सलाह
यह भारी गिरावट ऐसे समय में आ रही है जब ब्रोकरेज कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के शेयर बेचने की सलाह दी है। कोटक ने शेयर के लिए फेयर वैल्यू में बदलाव किया है। इसे 740 रुपये से संशोधित कर 990 रुपये कर दिया है। यह भाव कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के अभी की कीमत के मुकाबले काफी कम है।

लागत बढ़ने की आशंका: ब्रोकरेज का मानना ​​​​है कि कंपनी का फोकस स्वदेशी विमान वाहक (AIC) ऑर्डर पर है। इससे आने वाले समय में ऑर्डर की लागत बढ़ जाएगी। बता दें कि भारतीय नौसेना को जुलाई 2022 में कोचीन शिपयार्ड से पहला स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत (IAC-1) मिला था। 

दूसरी ओर, एंटीक ब्रोकिंग ने शेयर के लिए 1,132 रुपये के टारगेट प्राइस पर अपनी होल्ड रेटिंग बरकरार रखी है। वहीं, टिप्स2ट्रेड्स के एआर रामचंद्रन ने कहा कि कोचीन शिपयार्ड के निवेशकों को मौजूदा स्तर पर मुनाफा बुक करना चाहिए। अनुमान है कि यह शेयर लुढ़ककर 805 रुपये तक जा सकता है।

मजबूत ऑर्डर बुक
हालांकि, एलकेपी सिक्योरिटीज ने कहा कि कोचीन शिपयार्ड के पास भारत की सबसे बड़ी जहाज निर्माण और मेंटेनेंस सुविधा है। इसकी क्षमता भारत के पहले स्वदेशी विमान वाहक (आईएनएस विक्रांत) की डिलीवरी से प्रमाणित होती है। ब्रोकरेज ने कहा कि कोचीन शिपयार्ड भारत का पहला हाइड्रोजन ईंधन सेल पोत भी बना रहा है। कंपनी को अपने 21,000 करोड़ रुपये के मजबूत ऑर्डर बुक के दम पर इस वित्तीय वर्ष में अच्छी गति देखने की उम्मीद है।

क्या करती है कंपनी
कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी जहाज निर्माता कंपनी है। कंपनी की स्थापना 1972 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। बता दें कि कंपनी जहाज निर्माण और इसके रखरखाव दोनों में माहिर है। कंपनी जहाजों की एक बड़ी रेंज का निर्माण करती है जिसमें तेल टैंकर, कंटेनर जहाज, यात्री जहाज और डिफेंस जहाज शामिल हैं। इसके अलावा, कंपनी बड़े जहाजों की मरम्मत और रखरखाव भी करती है।

डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।

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