ऐप पर पढ़ें
Tata chemicals share: पिछले दो कारोबारी दिन से टाटा की कंपनी टाटा केमिकल्स के शेयर में तेजी है। सोमवार को टाटा केमिकल्स के शेयर बीएसई पर 969.80 रुपये के पिछले बंद के मुकाबले 4.97 प्रतिशत बढ़कर 1,018 रुपये पर पहुंच गए। हालांकि, कारोबार के अंत में मुनाफावसूली के बावजूद शेयर 2.67% की बढ़त के साथ 995.70 रुपये पर बंद हुआ। फर्म का मार्केट कैप 25,366 करोड़ रुपये है।
शेयर में तेजी की वजह
टाटा केमिकल्स ने अपने अमेरिकी कारोबार को री-स्ट्रक्चर करने का ऐलान किया है। कंपनी ने अमेरिकी ऑपरेशंस की होल्डिंग स्ट्रक्चर को संशोधित किया है। इसके तहत री-ब्रांडिंग के अलावा टाटा केमिकल्स (सोडा ऐश) पार्टनर्स एलएलसी में टीसी (सोडा ऐश) पार्टनर्स होल्डिंग्स और टीसीएसएपी एलएलसी का विलय भी शामिल है।
शेयर का परफॉर्मेंस
टाटा केमिकल्स का शेयर एक साल में 6.45 प्रतिशत बढ़ा है। यह शेयर दो साल की अवधि में 34 प्रतिशत और तीन साल में 213 प्रतिशत बढ़ चुका है। यह शेयर 11 अक्टूबर, 2022 को 52 सप्ताह के उच्च स्तर 1214.65 रुपये पर पहुंच गया और 1 जुलाई को 52 सप्ताह के निचले स्तर 773.90 रुपये पर आ गया। वहीं, साल 2000 में यह शेयर 15 रुपये के स्तर पर था। इस तरह, 23 साल की अवधि में निवेशकों को 2075% का रिटर्न मिला है।
ये पढ़ें-70% टूटने के बाद अब रॉकेट बना अडानी का यह शेयर, इस एक खबर का है असर
ब्रोकरेज का टारगेट प्राइस
ब्रोकरेज फर्म जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के विश्लेषकों ने टाटा केमिकल्स के शेयर के लिए बाय रेटिंग दी है। ब्रोकरेज के मुताबिक सोडा ऐश की मांग में लंबी अवधि की वृद्धि के कारण टाटा केमिकल्स के शेयर की कीमत 1340 रुपये तक जा सकती है। FY23 की मार्च तिमाही में टाटा केमिकल्स का प्रॉफिट ₹709 करोड़ था, जो पिछले साल की समान तिमाही में ₹438 करोड़ से सालाना 61.87% अधिक है। वहीं, FY22 में ₹1258 करोड़ के मुकाबले पिछले वित्त वर्ष में ₹2317 करोड़ था।
डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।