जेपी ग्रुप की कंपनी जय प्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड और आईसीआईसीआई बैंक के बीच सेटलमेंट डील को लेकर बैंकों का समूह नाराज है। जेएलएल को लोन देने वाले बैंकों ने आईसीआईसीआई बैंक को पत्र लिखकर यह जानना चाहा है कि बैंक ऐसा कैसे कर सकता है। जब कंसोर्टियम में अन्य लोग समाधान का इंतजार कर रहे हैं तो आईसीआईसीआई दिए गए कर्ज के बदले शेयर ट्रांसफर की डील कैसे कर सकता है।
डील के मुताबिक संकटग्रस्त जेपी समूह की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड ( जेएएल ) बकाया ऋण का कुछ हिस्सा चुकाने के लिए आईसीआईसीआई बैंक को कंपनी में 7.71 प्रतिशत हिस्सेदारी देगी, जिसकी कीमत मौजूदा बाजार मूल्य पर 366 करोड़ रुपये है।
बता दें जय प्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड पर 32 बैंकों के समूह का कुल ₹29,272 करोड़ बकाया है। यह कंपनी उन 26 डिफॉल्टरों में से एक थी, जिन्हें आरबीआई ने 2017 में दिवालियापन प्रक्रिया में ले जाने का निर्देश दिया था।
आईसीआईसीआई का कितना बकाया
इसके बाद ICICI ने 2018 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की इलाहाबाद बेंच के समक्ष कंपनी के खिलाफ दिवालिया याचिका दायर की थी। वह याचिका अभी तक स्वीकार नहीं की गई है। इस खाते से जुड़े एक बैंकर ने कहा। ₹3,000 करोड़ के बकाया ऋण के साथ आईसीआईसीआई सबसे बड़ा लेनदार है, इसके बाद ₹1,836 करोड़ के साथ आईडीबीआई बैंक है।
यह भी पढ़ें: 360 करोड़ रुपये के शेयर जेपी ग्रुप की कंपनी ने किए ट्रांसफर, नई ऊंचाई पर पहुंच गए शेयर
इस वसूली में शामिल एक बैंकर ने कहा, “आईसीआईसीआई बैंक की यह कार्रवाई ऋणदाताओं के लिए आश्चर्य की बात थी, क्योंकि हम सभी इस खाते से कुछ न कुछ पाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। तकनीकी रूप से कहें तो, आईसीआईसीआई आरबीआई द्वारा अनुमति दिए बिना किसी भी निपटान के साथ आगे नहीं बढ़ सकता है क्योंकि यह दिवालियापन केंद्रीय बैंक द्वारा शुरू किया गया था।
पिछले सप्ताह जेएएल ने कहा कि अक्टूबर तक ₹4,258 करोड़ का बकाया है, जबकि उसे एनसीएलटी की मंजूरी के बाद कुछ अचल संपत्ति को स्थानांतरित करने के कारण कर्ज में ₹18,682 करोड़ की कमी आने की उम्मीद है।
आईसीआईसीआई ने दूसरे लेनदारों से नहीं की चर्चा
जेएलएल को कर्ज देने वाले बैंक इस बात को लेकर अनिश्चित हैं कि आईसीआईसीआई को इन शेयरों को बेचने की शक्ति कैसे मिली। संयुक्त ऋणदाताओं के मंच (जेएलएफ) में इस तरह की कोई चर्चा नहीं की गई थी। इसलिए, कई बैंकों ने आईसीआईसीआई बैंक से पूछा है कि यह कैसे हुआ दूसरों से चर्चा किए बिना ऐसा कर सकते हैं।