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बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच बुधवार को Kilburn इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयरों में तूफानी तेजी रही। बीएसई इंडेक्स पर बीते 9 मई को यह माइक्रो कैप स्टॉक 113.10 रुपये पर बंद हुआ था। वहीं, आज यानी 10 मई को ट्रेडिंग के दौरान 5% बढ़कर 118.75 रुपये के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। 21 जून 2022 को यह 52 सप्ताह के निचले स्तर 30.50 रुपये पर था।
तेजी की वजह: Kilburn इंजीनियरिंग की मार्च तिमाही के नेट प्रॉफिट में 158% का उछाल आया है। कंपनी ने तिमाही में 16% की वृद्धि के साथ 66.68 करोड़ रुपये की बिक्री दर्ज की, जबकि मार्च 2022 की तिमाही में यह 57.51 करोड़ रुपये थी। मार्च 2022 की तिमाही में 8.37 करोड़ रुपये के मुकाबले EBITDA मार्च 2023 तिमाही में 38% चढ़कर 11.55 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के बोर्ड ने 1 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के डिविडेंड की सिफारिश भी की है। कंपनी ने कहा कि शुद्ध कर्ज की स्थिति भी पिछले वित्त वर्ष में 23 करोड़ रुपये की गिरावट के साथ 49 करोड़ रुपये हो गई है।
स्टॉक का हाल: Kilburn इंजीनियरिंग के शेयर में साल-दर-साल 198.73% की बढ़ोतरी हुई है और इस साल यह 47.32% रिटर्न दे चुका है। बता दें कि 15 प्रमोटरों के पास कंपनी में 56.95 प्रतिशत हिस्सेदारी है। Kilburn इंजीनियरिंग सोडा ऐश, कार्बन ब्लैक, स्टील, परमाणु ऊर्जा, पेट्रोकेमिकल सहित कई औद्योगिक क्षेत्रों में सक्रिय है।