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Paytm Share: वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (पेटीएम) के शेयरों में चार दिन की तेजी पर ब्रेक लग गया है। पेटीएम के शेयर आज शुक्रवार के कारोबारी दिन में बीएसई पर 7% से अधिक गिरकर ₹653 प्रति शेयर पर पहुंच गए थे। कंपनी के शेयरों में यह गिरावट एक बड़ी ब्लॉक डील की चर्चा के चलते आई हैं। बता दें कि दिसंबर तिमाही के शानदार नतीजों के बाद चार दिन में पेटीएम के शेयर लगभग 30% से अधिक चढ़ गए थे। ग्लोबल ब्रोकरेज भी पेटीएम के शेयरों पर अपने टारगेट प्राइस को बढ़ा दिया है और इस पर अपनी ‘बाय’ रेटिंग दी है। बता दें कि पिछले साल एक ग्लोबल कंपनी ने पेटीएम को सबसे बर्बाद आईपीओ का तमगा दिया था।
पेटीएम का कम हो गया है घाटा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को ब्लॉक डील के माध्यम से पेटीएम के 2.1 करोड़ शेयरों की बिक्री हो सकती है। बता दें कि दिसंबर तिमाही के दौरान परिचालन से कंपनी का रेवेन्यू लगभग 42 प्रतिशत बढ़कर 2,062.2 करोड़ रुपये हो गया, जो कि एक साल पहले की अवधि में 1,456.1 करोड़ रुपये था। वहीं, इसका नेट लॉस भी कम हो गया है। दिसंबर 2022 में Paytm को ₹392 करोड़ का नेट लॉस हुआ है। यह एक साल पहले इसी अवधि में ₹778 करोड़ के नेट लॉस के मुकाबले काफी कम है। दिसंबर तिमाही में कंपनी के लोन डिस्ट्रिब्यूशन कारोबार में तेजी आई। कंपनी ने ₹9,958 करोड़ के 10.5 लाख लोन दिए हैं। इसी तरह, मर्चेंट सब्सक्रिप्शन एक साल पहले के 38 लाख की तुलना में 58 लाख रहा। पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा-हमारे अगले प्रमुख लक्ष्य फ्री कैश फ्लो और EBITDA प्रोफिटेबिलिटी हैं। हमें विश्वास है कि हम निकट भविष्य में इसे हासिल करने में सक्षम होंगे।
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2021 में आया था IPO
आपको बता दें कि पेटीएम का आईपीओ 2021 में आया था। इसका आईपीओ प्राइस 2150 रुपये था। कंपनी के शेयरों की डिस्काउंट पर लिस्टिंग हुई थी। बीएसई पर इसका ALL टाइम हाई 1961 रुपये है। इश्यू प्राइस से यह शेयर लगभग 70% डाउन है। बता दें कि अब तक पेटीएम के शेयर ने कभी भी अपने इश्यू प्राइस को टच नहीं कर पाया।
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क्या है ब्रोकरेज की राय?
Macquarie ने पेटीएम का टारगेट प्राइस बढ़ाकर 800 रुपये कर दिया है। यानी इसमें लगभग 80% की तेजी आ सकती है। Macquarie के अलावा Citi, CLSA और Goldman Sachs जैसे ब्रोकरेज ने टारगेट कीमतों को बढ़ाते हुए ‘बाय’ रेटिंग की सिफारिश की है। जबकि BofA ने Q3 परिणामों के बाद स्टॉक पर अपनी ‘न्यूट्रल’ रेटिंग बनाए रखी है।