Ruchi soya FPO: बाबा रामदेव (Baba ramdev) की अगुवाई वाली कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज (Ruchi soya) का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के लिए सोमवार 28 मार्च को बोली लगाने की आखिरी तारीख थी। रुचि सोया के ₹4,300 करोड़ की एफपीओ को सोमवार 3.60 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। हालांकि, जिन रिटेल निवेशकों ने बाबा रामदेव की इस कंपनी में पैसे लगाए हैं वे अगर बोली वापस लेना चाह रहे हैं तो उन्हें एक मौका दिया जा रहा है।
दरअसल, सेबी द्वारा इस तरह के एक अनोखा कदम उठाया गया है जिसके तहत रिटेल निवेशक 28-30 मार्च के दौरान अपने आवेदन वापस लेने का विकल्प चुन सकते हैं। कंपनी के शेयर आज 12.06 पर्सेंट तेजी के साथ 912.50 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। इससे पहले सोमवार को 5.96 फीसदी की गिरावट के साथ 815.05 रुपये पर बंद हुए थे।
यह भी पढ़ें- टाटा ग्रुप का यह दमदार शेयर आज ऑल टाइम हाई पर पहुंचा, इस रिपोर्ट के बाद अचानक बढ़ गई खरीदारी
संबंधित खबरें
पतंजलि के ग्राहकों को भेजे जा रहे थे मैसेज
बाजार नियामक के कदम के बाद पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के यूजर्स को FPO में निवेश करने के लिए लगातार मैसेज भेजे जा रहे थे।
पढ़ें क्या मैसेज है- “पतंजलि परिवार के सभी प्रिय सदस्यों के लिए अच्छी खबर। पतंजलि ग्रुप में निवेश का शानदार मौका। पतंजलि समूह की कंपनी-रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने रिटेल निवेशकों के लिए फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) खोला है। इश्यू 28 मार्च 2022 को बंद हो रहा है। इसका प्राइस बैंड- ₹615-650 प्रति शेयर में उपलब्ध है, यानी बाजार प्राइस पर लगभग 30% की छूट। आप अपने डीमैट खाते में अपने बैंक/ब्रोकर/एएसबीए/यूपीआई के माध्यम से शेयरों के लिए आवेदन कर सकते हैं।”
क्या कहा सेबी ने?
सेबी ने प्रमुख बैंकिंग प्रबंधकों को एफपीओ को निर्देश दिया कि वे सभी निवेशकों को समाचार पत्रों के विज्ञापनों के रूप में नोटिस जारी करें, जिसमें उन्हें ऐसे अवांछित एसएमएस के प्रसार के बारे में चेतावनी दी जाए। सेबी ने कहा कि विज्ञापनों के हिस्से के रूप में निवेशकों द्वारा आवेदन वापस लेने की प्रक्रिया का खुलासा किया जाना चाहिए। इसके अलावा बाजार नियामक ने बैंकरों से ऐसे अवांछित एसएमएस के प्रचलन पर स्टॉक एक्सचेंजों को तुरंत सूचित करने को कहा है।
यह भी पढ़ें- ₹510 पर जाएगा अडानी ग्रुप का ये शेयर, आज 10% तक उछला, डेढ़ महीने में दिया 109% का रिटर्न, एक्सपर्ट बुलिश
24 मार्च को खुला था FPO
फॉलो-ऑन ऑफर 24 मार्च को खुला और सोमवार को बंद हो गया, क्योंकि कंपनी कर्ज मुक्त हो गई थी और न्यूनतम सार्वजनिक हिस्सेदारी को 10% तक बढ़ाने की सेबी की आवश्यकता का भी पालन करती थी। 31 दिसंबर को खत्म तिमाही में रुचि सोया में पब्लिक शेयरहोल्डिंग 1.10% थी।