HomeShare Marketकौन है यह भारतीय शख्स, जो संकट में भी दे रहा अडानी...

कौन है यह भारतीय शख्स, जो संकट में भी दे रहा अडानी का साथ, झटके में खरीद डाले ₹15,446 करोड़ के शेयर

ऐप पर पढ़ें

Adani block deals: अमेरिकी बुटीक निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स (GQG Partners) ने अडानी समूह की चार कंपनियों में 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस अमेरिकी कंपनी के मालिक राजीव जैन हैं। जैन यूएस बेस्ड ऑस्ट्रेलिया-लिस्टेड GQG पार्टनर्स के चेयरमैन और सीईओ हैं। राजीव जैन की कंपनी ने अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड और अडानी ट्रांसमिशन के भारी मात्रा में शेयर  खरीदे हैं। 

राजीव जैन ने क्या कहा?
जीक्यूजी पार्टनर्स के चेयरमैन और चीफ इनवेस्टमेंट ऑफिसर राजीव जैन ने  कहा  कि  हमारा मानना है कि इन कंपनियों के लिए पर्याप्त लॉन्ग-टर्म ग्रोथ प्रॉस्पेक्ट्स हैं। हम इन कंपनियों में इनवेस्टमेंट करके काफी खुश हैं, जो कि भारत की इकनॉमी और एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर को आगे बढ़ाने में मदद करेंगी।’ वे आगे कहते हैं, “अडानी कंपनियां पूरे भारत और दुनिया भर में कुछ सबसे बड़ी और सबसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा संपत्तियों का स्वामित्व और संचालन करती हैं। गौतम अडानी को व्यापक रूप से उनकी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ उद्यमियों में माना जाता है। हमारा मानना ​​है कि कि इन कंपनियों के लिए लंबी अवधिक  की संभावनाएं पर्याप्त हैं और हम उन कंपनियों में निवेश करके खुश हैं।’ बता दें कि GQG निवेश ऐसे समय में आया है जब अडानी समूह समूह हिंडनबर्ग विवाद के बाद संकट से घिरा है। 24 जनवरी के बाद से सात सूचीबद्ध अडानी कंपनियों के बाजार मूल्य में लगभग 135 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। 

1 बोनस शेयर देने जा रही कंपनी, 6 मार्च है रिकॉर्ड डेट, 3 महीने में दिया 290% का रिटर्न

किस कंपनी में कितनी हिस्सेदारी खरीदी
GQG ने अडानी एंटरप्राइजेज में 3.4% हिस्सेदारी लगभग 5,460 करोड़ रुपये में खरीदी है।
अडानी पोर्ट्स में 4.1% हिस्सेदारी 5,282 करोड़ रुपये में खरीदी है। अडानी  ट्रांसमिशन में 2.5% हिस्सेदारी 1,898 करोड़ रुपये में और अडानी ग्रीन एनर्जी में 3.5% हिस्सेदारी 2,806 करोड़ रुपये में ली है। 

कौन हैं राजीव जैन?
राजीव जैन का जन्म भारत में हुआ था। वे 1990 में मियामी विश्वविद्यालय में एमबीए करने के लिए अमेरिका चले गए। वह 1994 में Vontobel में शामिल हुए, 2002 में स्विस फर्म के CIO बनाए गए थे। सीएनबीसी टीवी18 ने गुरुवार को रिपोर्ट किया कि राजीव जैन की  भारतीय शेयरधारिता में आईटीसी, एचडीएफसी, आरआईएल, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, सन फार्मा, इंफोसिस और भारती एयरटेल शामिल हैं। जैन के पास ट्विटर अकाउंट नहीं है और शायद ही कभी टीवी पर दिखाई देते हैं। वे  आमतौर पर बेंचमार्क की 2,000 से अधिक कंपनियों की तुलना में अपने अंतरराष्ट्रीय फंड में 40 से 50 लार्ज-कैप शेयरों में निवेश करते हैं। एस एंड पी इंडेक्स में 500 से अधिक की तुलना में उनके यूएस फंड में 30 से कम स्टॉक हैं।
 

RELATED ARTICLES

Most Popular