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सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने कहा है कि नियामक किसी भी कीमत पर कार्वी जैसी दूसरी घटना नहीं होने देगा। हमारे पूंजी बाजार में कार्वी जैसी दूसराी घटना नहीं होगी। अगर कार्वी जैसी दूसरी घटना होती है तो वह हमारी लाश पर होगी।” उन्होंने बुधवार को यह बातें बोर्ड की बैठक के बाद सेबी मुख्यालय में संवादाताओं से कही। बता दें कार्वी समूह ने लगभग 2,800 करोड़ रुपये के अपने ग्राहकों के शेयरों को अवैध रूप से गिरवी रखकर बड़ा लोन लिया था। एनएसई और सेबी के आदेशों के अनुसार ग्राहक की प्रतिभूतियों के जारी होने के बाद वह लोन एनपीए बन गया।
सेबी कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार विकास कोष गठित करेगा
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने बुधवार को वैकल्पिक निवेश कोष (एआईएफ) के रूप में 3,000 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ कंपनी बॉन्ड बाजार विकास कोष गठित करने का फैसला किया। यह दबाव के समय में निवेश स्तर वाली कंपनियों के बॉन्ड की खरीद के लिएसुविधा प्रदाता के रूप में कार्य करेगा।
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इस कदम का मकसद कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार में प्रतिभागियों के बीच भरोसे के साथ बॉन्ड खरीद-बिक्री बाजार में नकदी को बढ़ाना है। माधवी पुरी बुच ने निदेशक मंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ”प्रस्तावित कॉरपोरेट बॉन्ड बाजार विकास कोष (सीडीएमडीएफ) का शुरुआती कोष 3,000 करोड़ रुपये होगा। इसका योगदान म्यूचुअल फंड करेंगे।”