समय के साथ जहां पेमेंट करने का तरीका बदल गया है। वहीं, डिजिटल फ्राॅड में भी नए-नए तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। कई बार आपके पास भी मैसेज आ होगा जिसमें कहा जाता है कि 20 हजार रुपये आपके खाते में भेज दिया गया है। जिसके साथ एक लिंक भी भेजा जाता है। आज के समय में इस तरह का मैसेज काफी सामान्य हो गये हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार डिजिटल फ्राॅड करने वाले लोग नए-नए तरीकों को अपना रहे हैं।
RBI की तरफ से एक बुकलेट जारी किया गया है। जिसमें फ्राॅड करने के तरीकों को कैटेगरी A, B और C में बांटा गया है। जिसमें विस्तार से बताया गया है कि आखिर कैसे फ्राॅड के तरीकों में बदलाव आया गया है।
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1- ऑनलाइन सेल्स के नाम पर फ्राॅड
फ्राॅड करने वाले ऑनलाइन प्लेटफाॅर्म पर सामान बेचने के जरिए लोगों के साथ फ्राॅड कर रहे हैं। जहां पेमेंट करने के लिए फ्राॅडर्स UPI पिन लिखने की डिमांड करते हैं। जिसके बाद पैसा ट्रांसफर कर देते हैं।
2- स्क्रीन शेयरिंग एप
स्क्रीन शेयररिंग एप के जरिए फ्राॅडर्स आपके मोबाइल और लैपटाॅप को कंट्रोल करने लगते हैं। जिसके बाद अगर वो फाइनेंशियल लेन-देन पर भी नजर रखने लगते हैं। फ्राॅडर्स उपलब्ध जानकारियों की मदद से आपको चपत लगा सकते हैं।
3- QR कोड के जरिए भी हो रही है धोखाधड़ी
आज के समय के फ्राॅडर्स अलग-अलग ऑफर के जरिए क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए कहते हैं। अगर आप वो क्यूआर कोड स्कैन करते हैं तब फ्राॅडर्स आपके फोन का एक्सेस पा जाते हैं जिसके बाद वो पाॅसवर्ड, SMS आदि की जानकारी एक्सेस कर पैसा आपके अकाउंट से ट्रांसफर कर लेते हैं।