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HDFC Bank ने भी अपने ग्राहकों के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) रेट में 0.05 फीसद से 0.15 फीसद तक बढ़ाने का फैसला किया है। इसका सीधा असर आपके होम लोन की EMI पर पड़ेगा। बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक MCLR की नई दरें 8 मई, 2023 से लागू हो चुकी हैं।
बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ओवरनाइट एमसीएलआर अब 7.95 फीसद है। एक महीने के लिए MCLR 8.10% है और तीन महीने और छह महीने की MCLR क्रमश: 8.40% और 8.80% होगी। कई कंज्यूमर लोन से जुड़ी एक साल की एमसीएलआर अब 9.05 फीसद, दो साल की एमसीएलआर 9.10 फीसद और तीन साल की एमसीएलआर 9.20 फीसद होगी।
एचडीएफसी बैंक की लेटेस्ट लेंडिंग रेट
रात भर: 7.95%
1 महीना: 8.10%
3 माह: 8.40%
6 माह: 8.80%
1 वर्ष: 9.05%
दूसरा वर्ष: 9.10%
तीसरा वर्ष: 9.20%
मई 2022 से भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद, होम लोन लेने वालों की दुर्दशा और बढ़ गई है। समान मासिक किस्त (EMI) जो मई 2022 से पहले ही काफी बढ़ गई है, आगे बढ़ रही है क्योंकि बैंक लगातार उधार दरों में बढ़ोतरी कर रहे हैं।
क्या है एमसीएलआर?
एमसीएलआर वह न्यूनतम ब्याज दर से होती है, जिसके नीचे कोई भी बैंक ग्राहकों को लोन नहीं दे सकता है। बैंकों के लिए हर महीने अपना ओवरनाइट, एक महीने, तीन महीने, छह महीने, एक साल और दो साल का एमसीएलआर घोषित करना जरूरी होता है। MCLR बढ़ने का मतलब है होम लोन, व्हीकल लोन पर ब्याज दरें बढ़ जाएंगी। HDFC के रेट बढ़ाने से नए और पुराने ग्राहकों के लिए ईएमआई पर ब्याज दरें और महंगी हो जाएंगी। यह बढ़ोतरी फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर लागू होती है, जबकि फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। एमएसीएलआर बढ़ने के बाद ईएमआई रीसेट डेट पर ही बढ़ेगी