आईटी सेक्टर में मूनलाइटिंग पर छिड़ी बहस के बीच Infosys ने अपने कर्मचारियों को शर्तों के साथ गिग वर्क की अनुमति दे दी है। इसके तहत Infosys के कर्मचारी अपने मैनेजर और एचआर की सहमति लेने के बाद व्यक्तिगत समय में दूसरी कंपनी के लिए काम कर सकेंगे। आसान भाषा में समझें तो कर्मचारियों को शिफ्ट के दौरान दूसरी कंपनी या दूसरे के लिए काम करने की इजाजत नहीं होगी।
अगर शिफ्ट के बाद Infosys के कर्मचारी काम करते हैं तो इसके लिए भी एचआर और मैनेजर्स की इजाजत जरूरी है। इस दौरान कर्मचारियों को इस बात का ध्यान रखना है कि किसी तरह से कंपनी हितों का टकराव ना करती हो। Infosys ने ये भी कहा कि कंपनी का काम प्रभावित नहीं होना चाहिए। Infosys ने कर्मचारियों को मेल के जरिए इससे जुड़ी सभी जानकारियां दी है।
विश्लेषकों के मुताबिक इस कदम से कर्मचारियों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। हालांकि, Infosys ने मूनलाइटिंग का समर्थन नहीं किया है। बता दें, आईटी कंपनियां लगातार मूनलाइटिंग के खिलाफ बोल रही हैं। विप्रो ने मूनलाइटिंग की वजह से 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है तो इंफोसिस ने भी कई कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया है।
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सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करते वक्त इंफोसिस ने यह स्पष्ट कर दिया था कि कंपनी मूनलाइटिंग का समर्थन नहीं करती है और उसने पिछले 12 महीनों में इस तरह के काम करने वाले कई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है।