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आर्थिक मंदी के खतरे और अन्य चुनौतियों से निपटने के लिए आरबीआई ने कमर कस ली है। आरबीआई ने दुनिया में बढ़ती चुनौतियों के बीच सुरक्षित एसेट के तौर पर सोने की भारी खरीदारी की है। उसने मार्च 2020 से मार्च 2023 यानी सिर्फ तीन वर्षों में 137.19 टन सोना खरीदा है। इससे आरबीआई का गोल्ड रिजर्व 79 फीसद बढ़कर 790.20 टन से ज्यादा हो गया है।
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आरबीआई सबसे ज्यादा सोने का भंडारण करने वाला आठवां केंद्रीय बैंक बन गया है। 20 मार्च 2020 तक आरबीआई के पास कुल विदेशी मुद्रा भंडार का करीब 6 था, जो 24 मार्च तक बढ़कर 7.85 हो गया। उधर, सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 670 रुपये की तेजी के साथ 60,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। चांदी की कीमत भी 1,150 रुपये की तेजी के साथ 76,100 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
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वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, 2022 में केंद्रीय बैंकों ने रिजर्व में 1,136 टन सोना जोड़ा है। इसकी कीमत 5.73 लाख करोड़ रुपए है। ये 1967 के बाद सबसे ज्यादा है। भारत के पास दुनिया के केंद्रीय बैंकों द्वारा रखे गए सोने के भंडार का 8 फीसद हिस्सा है। डब्ल्यूजीसी के अनुसार, 2021-22 की पहली तिमाही में भारत में सोने का भंडार 760.42 टन, दूसरी तिमाही में 767.89 टन, तीसरी तिमाही में 785.35 टन और मार्च तिमाही में 787.40 टन था।