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अगर आप निकट भविष्य में लोन लेने का प्लान बना रहे हैं तो आपके लिए यह बुरी खबर है। आरबीआई (RBI) ने अंतिम बार रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा बीते 8 फरवरी को किया था। रेपो रेट में इस इजाफे के बाद देश के कई बड़े प्राइवेट और सरकारी बैंकों ने अपने लेंडिंग रेट्स को बढ़ा दिया है। इसी क्रम में प्राइवेट सेक्टर के बड़े लेंडर आरबीएल बैंक (RBL Bank) ने अपने मार्जिनल कॉस्ट आफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को बढ़ा दिया है।
आज से लागू होंगी नई दरें
बैंक ने सभी समयावधि के लिए एमसीएलआर रेट में कुल 20 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। एमसीएलआर रेट में इस इजाफे के बाद बैंक के मौजूदा और नए कस्टमर्स को होम लोन, पर्सनल लोन और दूसरे लोन पर ज्यादा ईएमआई (EMI) का भुगतान करना होगा। बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट से मिली जानकारी के अनुसार बढ़ी हुई नई लेंडिंग रेट्स 22 फरवरी से लागू हैं। बता दें, बैंक के शेयर आज BSE पर 2.89 पर्सेंट की गिरावट के साथ 154.3 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।
आरबीएल बैंक के बढ़े हुए नए एमसीएलआर रेट
एमसीएलआर रेट में इस इजाफे के बाद आरबीएल बैंक का ओवरनाइट एमसीएलआर रेट बढ़कर 8.95 पर्सेंट जबकि 1 साल का एमसीएलआर रेट बढ़कर 9.05 पर्सेंट हो गया है। दूसरी ओर बैंक का 3 महीने का एमसीएलआर रेट बढ़ कर 9.35 पर्सेंट, 6 महीने का एमसीएलआर रेट बढ़कर 9.75 पर्सेंट और 1 साल का एमसीएलआर रेट बढ़कर 10.15 पर्सेंट हो गया है। आरबीएल बैंक का नेट प्रॉफिट दिसंबर तिमाही में पिछले साल से 33 पर्सेंट बढ़कर 208.97 रुपये रहा।
क्या होता है MCLR रेट
मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स (MCLR) वह मिनिमम दर है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को लोन दे सकता है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने साल 2016 में अलग-अलग तरह के लोन की ब्याज दरों को डिसाइड करने के लिए एमसीएलआर रेट की शुरुआत की थी। एमसीएलआर रेट के बढ़ने या घटने से ही आपकी EMI तय होती है। यानी अगर एमसीएलआर रेट में इजाफा होता है तो आपको ज्यादा EMI का भुगतान करना होगा। जबकि इस रेट में कमी होने पर आपके EMI की दरें कम हो जाएंगी।
(फोटो क्रेडिट- propertyguru)