Stock Market Crashed: शेयर बाजार में बुधवार को भारी गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट की बड़ी वजह अमेरिका (America) से आई एक खबर है। रेटिंग एजेंसी फिच (Rating Agency Fitch) ने अमेरिका की रेटिंग (US Rating) में कटौती की है। पिछले 12 सालों में यह कटौती पहली बार की गई है। दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था की रेटिंग में हुए बदलाव के बाद भारतीय शेयर बाजार आज औंधे मुंह गिर गया। निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये स्वाहा हो गए। सवाल यह है कि क्या इस गिरावट के बाद बाजार संभलेगा या नहीं? आइए जानते हैं
2 बोनस शेयर और 10 टुकड़ों में बंट जाएगा यह स्टॉक, खबर आते ही शेयरों की मची लूट, लगा अपर सर्किट
सेंसेक्स आज सुबह 66,064.41 पर ओपन हुआ। लेकिन कुछ ही देर बाद इसमें और तेज गिरावट देखने को मिली। 1000 से अधिक अंकों की गिरावट के बाद सेंसेक्स का इंट्रा-डे लो 65,431.68 अंक रहा। निफ्टी में भारी गिरावट दर्ज की गई है। एनएसई भी 1 प्रतिशत से अधिक लुढ़क गया था। सेंसेक्स 1.02 प्रतिशत की गिरावट के बाद 65,782.78 पर बंद हुआ है।
फिच के फैसले का क्यों दिखा असर (Fitch Rating US Economy)
इंडियन स्टॉक मार्केट के विषय में कहा जाता है कि अमेरिका में अगर धूल उड़े तो भारतीय बाजार में तूफान आ जाता है। यह बात आज एक बार फिर सही साबित हुई है। फिच ने अमेरिका की रेटिंग AAA से घटाकर AA+ कर दिया है। इससे पहले अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रेटिंग में 2011 में बदलाव किया गया था। तब भी कुछ आज की तरफ हाल देखने को मिला था। AAA रेटिंग इकोनॉमी के लिहाज से सबसे अच्छी रेटिंग मानी जाती है। जबकि AA+ उससे नीचे की रेटिंग है। फिच का यह कदम दर्शाता है कि बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण तथा खर्च और करों पर अमेरिका में बार-बार होने वाले गतिरोध के कारण अमेरिकी करदाताओं को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। क्रेडिट रेटिंग में कमी अमेरिका सरकार के लिए कर्ज की लागत बढ़ा सकती है।
अनिल अंबानी की कंगाल करने वाली कंपनी फिर से कर रही है मालामाल, 7 प्रतिशत चढ़े शेयर
रूस और यूक्रेन युद्ध ने यूरोप के साथ-साथ अमेरिकी अर्थव्यवस्था को हिला कर रख दिया है। महंगाई कंट्रोल के बाहर है। जिसे नियंत्रित करने के लिए हाल ही में यूएस फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में भी इजाफा किया है। लेकिन स्थिति में बहुत बदलाव नहीं हो रहा है। दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था इस समय बहुत दबाव में है।
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट?
स्वास्तिक इंवेस्टमार्ट लिमिटेड रिसर्च हेड संतोष मीणा कहते हैं, “फिच द्वारा यूएस की रेटिंग में की गई कटौती का भारतीय बाजार पर बहुत मामूली असर पड़ा है। लेकिन रेटिंग में हुए बदलाव का कुछ निश्चित असर दिखता है। यह मौका कुछ निवेशकों के लिए प्रॉफिट कमाकर बाजार से बाहर निकलने का है। पिछले कुछ दिनों लगातार विदेशी संस्थागत निवेशक शेयर बेच रहे हैं।” संतोष मीणा कहते हैं कि निफ्टी आने वाले समय 19,300 से 18,888 के लेवल तक जा सकता है।
smallcase manager और Wright Research की फाउंडर सोनम श्रीवास्तव का कहना है कि आज की गिरावट की सबसे बड़ी वजह फिच के द्वारा यूएस की रेटिंग में की गई कटौती है। इसी वजह से बाजार में आज बिकवाली देखने को मिला है। इस एक खबर ने इंस्टीट्यूशनल निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में दोबारा चेक करने का दबाव बनाया है।
मोतीलाल ओसवाल के रिटेल सेक्शन के हेड सिद्धार्थ खेमका आज की गिरावट पर कहते हैं, “बैंक, मेटल, ऑटो सहित सभी सेक्शन में गिरावट दर्ज की गई है। इस निराशाजनक माहौल में आगे भी बाजार में नरमी देखने को मिल सकती है। अच्छी बात यह है कि जुलाई का जीएसटी कलेक्श शानदार रहा है।”
शेयर बाजार से जुड़े वरिष्ठ विश्लेषक Jayden Ong का मानना है कि फिच की ताजा रेटिंग अनिश्चितता की ओर इशारा कर रही है। जिसकी वजह से शॉर्ट टर्म में इंडियन इक्विटी मार्केट पर दबाव बना रहेगा। लेकिन इस दौरान गोल्ड मार्केट में तेजी देखने को मिल सकती है।
हर तरफ बुरा हाल
बाजार में आज हर तरफ बिकवाली देखने को मिला है। सभी सेक्टर लाल निशान पर ट्रेड कर रहे थे। बैंक, ऑटो और मेटल की स्थिति सबसे अधिक खराब है।