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अमेरिका बड़े बैंकिंग संकट से जूझ रहा है। अमेरिका में सिलिकॉन वैली और सिग्नेचर बैंक पर ताला लग चुका है तो कई और बैंकों के भी बंद होने की आशंका जाहिर की जा रही है। इस बीच, ग्लोबल ब्रोकरेज जेपी मॉर्गन ने एक बड़ा दावा किया है। जेपी मॉर्गन के मुताबिक भारत की दो दिग्गज आईटी कंपनी-TCS और Infosys के एक्सपोजर पर सबसे ज्यादा रिस्क है।
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों ने एक नोट में कहा कि अमेरिका के क्षेत्रीय बैंकों में कंपनियों के राजस्व का 2-3% हिस्सा है, जिस पर जोखिम है। यह जोखिम LTIMindtree के लिए भी है। हालांकि, LTIMindtree ने इस सप्ताह कहा कि इसका सहित अमेरिकी क्षेत्रीय बैंकों में नगण्य जोखिम था।
जेपी मॉर्गन ने कहा कि सभी तीन कंपनियों को सिलिकॉन वैली बैंक के संपर्क के कारण चौथी तिमाही में प्रावधानों को अलग करने की आवश्यकता हो सकती है। इस वजह से तिमाही नतीजों के आंकड़ों पर असर पड़ने की आशंका है।
चुनौतियों का सामना कर रही कंपनियां: भारत का आईटी उद्योग पहले से ही यूरोप और अमेरिका के अपने प्रमुख बाजारों में एक चुनौतीपूर्ण मैक्रोइकॉनॉमिक माहौल का सामना कर रहा है। इन देशों में महामारी के कारण मांग में कमी आई है। वहीं, खर्च भी बढ़ा है। बता दें कि भारतीय आईटी कंपनियां अपने राजस्व का बड़ा हिस्सा बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र से प्राप्त करती हैं। जेपी मॉर्गन ने कहा कि बीएफएसआई के भीतर अमेरिकी बैंकों में उनका एक्सपोजर औसतन 62% और यूरोप में 23% है।