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आईटी कंपनी विप्रो के शेयरधारकों ने 12,000 करोड़ रुपये की शेयर बायबैक योजना को मंजूरी दे दी है। विप्रो ने इसके लिए रिकॉर्ड डेट भी तय कर ली है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि पात्रता और इक्विटी शेयरधारकों के नाम तय करने के मकसद से रिकॉर्ड 16 जून की रिकॉर्ड तिथि तय की गई है।
बायबैक की डिटेल
विप्रो के निदेशक मंडल ने 445 रुपये प्रति शेयर के भाव पर 26.96 करोड़ इक्विटी शेयर वापस खरीदने की मंजूरी दी है। इसके तहत कंपनी कुल 26,96,62,921 शेयर वापस खरीद रही है। यह कंपनी के 4.91 प्रतिशत कुल चुकता इक्विटी शेयरों के बराबर है। इस बीच, सोमवार को विप्रो के शेयर में गिरावट आई और कारोबार के अंत में यह 404 रुपये पर बंद हुआ। इस तरह, विप्रो के शेयर बायबैक प्राइस से करीब 9 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहे हैं। बायबैक में लगभग 15% या 4 करोड़ शेयर खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हैं। खुदरा निवेशक वे हैं जिनके पास विप्रो के 2 लाख रुपये से कम के शेयर हैं।
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एसबीआई सिक्योरिटीज के अनुसार विप्रो के शेयर बायबैक के जरिए खुदरा निवेशक 4% से 13% तक की कमाई कर सकते हैं। शेयरहोल्डिंग डेटा के आधार पर आईआईएफएल सिक्योरिटीज को लगभग 40% के मुनाफे की उम्मीद है।
विप्रो का प्रॉफिट
बेंगलुरु स्थित मुख्यालय वाली आईटी कंपनी विप्रो ने हाल में समाप्त तिमाही में 3,074.5 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया है। इससे पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने 3,087.3 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था। समूचे वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का प्रॉफिट 7.1 प्रतिशत गिरकर 11,350 करोड़ रुपये पर आ गया। वहीं कंपनी ने बीते वित्त वर्ष में 90,487.6 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया जो वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में 14.4 प्रतिशत अधिक है।
डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।